कर्नाटक में पिछले कई दिनों से चली रही नौटंकी की तस्वीर आज साफ़ हो गयी कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने सदन में एक भावुक भाषण साथ अपना भाषण शुरू किया। आपको बता दे कि बीएस येदियुरप्पा ने विपक्षी गठबंधन पर आरोप लगाया और राज्यपाल के पास जाकर इस्तीफा देने का ऐलान किया। इसके साथ ही ढाई दिन की सरकार ने फ्लोर टेस्ट का सामना किए बगैर ही सत्ता छोड़ने का ऐलान कर दिया।
Live Updates…
- कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने इस्तीफे का ऐलान किया।
- कर्नाटक के 6 करोड़ लोगों को धन्यवाद – येदियुरप्पा।
- जनादेश के खिलाफ दोनों एक हो गए – येदियुरप्पा।
- जनादेश कांग्रेस और जेडीएस के खिलाफ गया है। दोनों का गठबंधन अवसरवादिता है – येदियुरप्पा।
- सदन में येदियुरप्पा ने कहा कि लोगों ने हमें सराहा। लोगों ने हमें बड़े प्यार से चुना है मेरे पास 104 विधायक हैं।
- मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने सदन में शुरू किया भाषण।
- कांग्रेस विधायक प्रताप गौडा पाटिल विधानसभा पहुंचे। पार्टी नेता डीके सुरेश और दिनेस गुंडु राव के साथ कर रहे हैं लंच।
- बेंगलुरु के गोल्डफिंच होटल से विधानसभा के लिए निकले प्रताप गोड़ा पाटिल।
- BJP विधायक सोमशेखर रेड्डी भी गायब।
- कांग्रेस के विधायक आनंद सिंह, प्रताप गौड़ा सदन में नहीं पहुंचे।
- प्रोटेम स्पीकर ने मुख्यमंत्री येदियुरप्पा को शपथ दिलाया। अन्य विधायकों ने शपथ लेना शुरू किया. सुप्रीम कोर्ट ने केजी बोपैया को प्रोटेम स्पीकर बनाए रखने का फैसला लिया। कांग्रेस ने भी कार्यवाही की लाइव टेलीकास्ट का समर्थन किया।
- कर्नाटक में जारी पूरी कार्यवाही का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट ने प्रोटेम स्पीकर के इस फैसले को सराहा।
- मुख्यमंत्री येदियुरप्पा, सिद्धारमैया, डीके शिवकुमार और श्रीरामुलु समेत विधायक विधानसभा में मौजूद. सदन की कार्यवाही शुरू।
- मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के साथ बीजेपी के विधायक विधानसभा में पहुंचे. 4 बसों के जरिए विधानसभा लाए गए बीजेपी विधायक।
- विधानसभा में बेल बजी. विधायकों के सदन में जाने का संकेत।
- कांग्रेस विधायकों की बस विधानसभा पहुंची।
- कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया विधानसभा पहुंच गए हैं।
- विधानसभा में बहुमत सिद्ध करने के दौरान 200 मार्शल तैनात रहेंगे। सुरक्षा के मद्देनजर यह व्यवस्था की गई है।
- गुलाम नबी आजाद और मल्लिकार्जुन खड़गे होटल हिल्टन पहुंचे हैं। यहां कांग्रेस और जेडीएस के विधायक मौजूद हैं. हैदराबाद से विधायकों को लाकर यहीं रखा गया है।
- शंगरी-ला होटल में बीजेपी की बैठक चल रही है। इस बैठक में मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और कर्नाटक के चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर समेत बीजेपी के विधायक भी शामिल हैं। होटल के बाहर येदियुरप्पा ने कहा मैं 100 प्रतिशत बहुमत साबित करने जा रहा हूं।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव की 222 सीटों पर आए नतीजों में बीजेपी को 104 सीटें मिली, और यह संख्या बहुमत से 8 कम है। दूसरी ओर, कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 37, बसपा को 1 और अन्य को 2 सीटें मिली हैं। कुमारस्वामी ने 2 सीटों पर जीत हासिल की है, इसलिए बहुमत के लिए 111 विधायक चाहिए। ऐसे में बीजेपी की इस नई सरकार के लिए शनिवार का दिन बेहद अहम साबित होने जा रहा है। ऐसा नहीं है कि येदियुरप्पा सरकार के बचने की कोई उम्मीद ही नहीं है। यहां भी अगर-मगर की स्थिति है।
क्या है विकल्प
ढाई दिन की सरकार बचाने के लिए बीजेपी को 111 विधायकों का समर्थन चाहिए। जेडीएस के नेता कुमारस्वामी ने 2 सीटों पर जीत हासिल की है, ऐसे में इनका एक ही वोट मान्य होगा। आइए जानते हैं उन विकल्पों को जिनके संभव होने की सूरत में सरकार बहुमत हासिल कर सकती है और येदियुरप्पा के सामने कुर्सी पर बने रहने के ये हैं विकल्प :-
- बीजेपी के कहने पर अगर कांग्रेस और जेडीएस के विधायक वोटिंग के दौरान सदन में अनुपस्थित रहें या फिर उसके पक्ष में वोट कर दें। कांग्रेस और जेडीएस व्हीप जारी करेगी और तब अगर कोई विधायक अपनी पार्टी के खिलाफ जाकर बीजेपी के पक्ष में वोट करता है तो इससे उनकी सदस्यता जा सकती है।
- सदन में वोट गिने जाते हैं, यह नहीं कि व्हिप का उल्लंघन कर कहां वोट दिया। बीजेपी को वोट देने वालों के खिलाफ बाद में कार्रवाई होती रहेगी।
- इसके लिए बीजेपी को बहुमत के आंकड़े के पास लाने के लिए कांग्रेस और जेडीए के 15 विधायकों को इस्तीफा दिलवाना होगा। इस हालत में सदन के सदस्यों की कुल संख्या 222 से 208 हो जाएगी और इस आंकड़े पर बीजेपी आसानी से बहुमत पा जाएगी।
- कांग्रेस के पास 21 और जेडीएस के 10 लिंगायत विधायक हैं। बीएस येदियुरप्पा भी लिंगायत समुदाय के बड़े नेता हैं। अगर वह लिंगायत के नाम पर इन विधायकों को मनाने में कामयाब हो जाते हैं।
- बीजेपी अगर कांग्रेस और जेडीएस के दो तिहाई विधायकों को तोड़ ले जाने में कामयाब हो जाती है तो वह दल-बदल कानून से बच जाएगी। इसके लिए कांग्रेस के 52 और जेडीएस के 26 विधायकों को राजी करना होगा।
कुमारस्वामी बोले- BJP ने JDS के दो विधायकों का किया अपहरण!
कर्नाटक में सत्ता की भारी उठापटक के बीच तमाम तरह के डील, तोड़फोड़ और समझौते की कोशिशों की खबरें आ रही है। इस बीच खबर यह है कि जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ने बेंगलुरु से उसके दो विधायकों का ‘अपहरण’ कर लिया है। हालांकि कुमारस्वामी ने आशा जताई कि वे शनिवार की सुबह उनके खेमे में शामिल हो जाएंगे। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी कई तरह का लालच देकर उनकी पार्टी के विधायकों को खरीदने का प्रयास कर रही है।
जानें किसके वकील ने क्या कहा
सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया है कि शनिवार (आज) को शाम 4 बजे कर्नाटक विधानसभा में सीएम येदियुरप्पा को बहुमत साबित करना होगा. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में दोनों पक्ष के वकीलों की ओर से जमकर बहस और दलीलें दी गईं। आइए जानें वकीलों की दलीलें और बहस की महत्त्वपूर्ण बातें :-
- अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि फ्लोर टेस्ट की हो वीडियोग्राफी और विधायकों को सुरक्षा मिलनी चाहिए ताकि वह वोट कर सके
- सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि हम कल ही फ्लोर टेस्ट को तैयार लेकिन येदियुरप्पा ने तो नतीजे आने से पहले ही घोषणा कर दी थी कि बीजेपी सिंगल लार्जेस्ट पार्टी है
- सिंघवी ने दलील दी कि राज्यपाल कैसे BJP को बहुमत सिद्ध करने का मौका दे सकते है जबकि कांग्रेस जेडीएस के पास पूरी संख्या है।
- सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि येदियुरप्पा ने कहा हमारे साथ अलां फलां विधायक हैं, लेकिन a b c कौन कौन साथ हैं. वहीं कांग्रेस-जेडीएस ने सभी 117 के नाम लिख कर राज्यपाल को दिए।
- सुप्रीम कोर्ट ने कहा, प्री पोल गठबंधन पोस्ट पोल से अलग है। प्री पोल में लोगों को पहले से पता होता है लेकिन पोस्ट पोल थोड़ा हल्का होता है।
- कर्नाटक: सिंघवी ने दलील दी कि राज्यपाल कैसे बीजेपी को बहुमत सिद्ध करने का मौका दे सकते है, जबकि कांग्रेस जेडीएस के पास पूरी संख्या है।
- सुप्रीम कोर्ट ने कहा, बेहतर ये होगा कि शनिवार को फ्लोर टेस्ट हो ताकि किसी को कोई वक्त ना मिले। बजाए इसके कि राज्यपाल के येदियुरप्पा को आमंत्रित करने के फैसले की वैधता पर सुनवाई हो।
- सुप्रीम कोर्ट ने पूछा, राज्यपाल ने किस आधार पर ये निर्णय लिया कि कौन राज्य में स्थायी सरकार दे सकता है. जबकि सिंगल लार्जेस्ट पार्टी और कांग्रेस जेडीएस ने बहुमत सिद्घ करने का पत्र लिखा था।
- कुमारस्वामी की ओर पेश वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि राज्यपाल को ये विशेषाधिकार नही है। ये निर्णय तो उन्हें संविधान और कानून के तहत फैसला लेने अधिकार है।
- सिब्बल ने कहा हमारे पास हमारे विधायकों के दस्तखत वाली चिट्ठी है।
- मुकुल रोहतगी और तुषार ने कहा कि फ्लोर टेस्ट से ही सच सामने आएगा।
- रोहतगी ने कहा कि अगर दो कागज राज्यपाल के पास हैं तो अंतिम फैसला सदन के फ्लोर पर होगा।
- सिब्बल ने कहा कि कांग्रेस के साथ जेडीएस भी जल्दी फ्लोर टेस्ट चाहती है. फ्लोर टेस्ट तुरन्त होना चाहिए।
- सुप्रीम कोर्ट ने रोहतगी से कहा कि गवर्नर ने ऐसी स्थिति में दूसरा विकल्प चुना है जब सबसे बड़ी पार्टी के विधायकों की लिस्ट के साथ आगे नहीं आई. ये जस्टिस सीकरी की टिप्पणी थी।
- सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बेहतर ये होगा कि शनिवार को फ्लोर टेस्ट हो ताकि किसी को कोई वक्त ना मिले बजाए इसके कि राज्यपाल के येदियुरप्पा को आमंत्रित करने के फैसले की वैधता पर सुनवाई हो।
हमारी मुख्य खबरों के लिए यह क्लिक करे।