पटना : संसद का बजट सत्र सत्र बाधित होने के लिए जिम्मेदार कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रव्यापी लोकतंत्र बचाओ अनशन पर बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय अनशन पर बैठे। वहीं बिहार के सभी लोकसभा-विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा सांसद विधायक, संगठन के नेता, कार्यकत्र्ता व समर्थकों ने उपवास कार्यक्रम का आयोजन किया था जिसका राज्यभर में व्यापक असर रहा।
भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय ने लोकतंत्र बचाओ अनशन स्थल पर बड़ी संख्या में मौजूद भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं और भारी संख्या में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कांग्रेस एवं आरजेडी को तानाशाही रवैया वाली गैरलोकतांत्रिक पारिवारिक पार्टी करार दिया।
श्री नित्यानंद राय ने कहा कि इस बार के बजट सत्र में कांग्रेस ने संसद के दोनों सदनों में लगातार 23 दिन तक हंगामा किया। कितने दुख की बात है कि कुल 29 दिनों में लोकसभा की कार्यवाही हंगामें और स्थगन के कारण कुल 127 घंटे और 45 मिनट बाधित हुए। इस दौरान लोकसभा में सिर्फ 0.58 प्रतिशत सवालों का ही जवाब दिया जा सका और जनहित के लिए महत्वपूर्ण प्रश्नकाल भी कभी संपन्न नहीं हो सका।
पूरे बजट सत्र के दौरान लोकसभा में कुल 28 विधेयक पेश किये जाने थे और राज्यसभा में 39 विधेयक पेश किये जाने थे लेकिन सब धरे के धरे रह गए। उन्होंने बताया कि इन विधेयकों में आम जनता, गरीबों, किसानों, वंचित समाज के हित के कई महत्वपूर्ण विधेयक थे।
इसके अलावा भ्रष्टाचार एवं बैंक व वित्तीय भ्रष्टाचार के उन्मूलन के लिए भी विधेयक इसी सत्र में आना था जो नहीं पेश हो सका। यही कारण है कि हमारे प्रधानमंत्री जी ने जनता के प्रति उत्तरदायित्व का बोध कराने के लिए निर्णय लिया है कि सभी भाजपा सांसदों अपने 23 दिन का वेतन भत्ता वापस कर देंगे। शायद इसके बाद विपक्षी दलों को सद्बुद्धि आ जाये और आरजेडी, कांग्रेस, वामदलों को जनता के प्रति अपने लोकतांत्रिक उत्तरदायित्व का नैतिक बोध हो।
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