हैदराबादः रेल में दिए जाने वाले खाने को लेकर आपने अलग-अलग तरह की शिकायतें सुनी होंगी या फिर आप खुद कुछ ऐसी शिकायतों से रूबरू हुए होंगे। रेलवे कैटरिंग की शिकायतों की फेहरिस्त में ही एक अनोखा मामला समाने आया है। दक्षिण मध्य रेलवे ( एससीआर ) ने बुधवार को हैदराबाद में बताया कि ट्रेन के शौचालय के पानी का इस्तेमाल कर चाय बनाने से जुड़ा एक वीडियो सामने आने के बाद रेलवे ने एक वेंडिंग कांट्रैक्टर पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया। ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहा था।वीडियो को देखने के बाद रेल प्रशासन ने मामले पर कार्रवाई की है।
सोशल मीडिया पर कुछ दिनों से फैल रहे वीडियो में एक वेंडर को चाय / कॉफी के डिब्बे के साथ ट्रेन के शौचालय से बाहर निकलते देखा जा रहा है जिससे पता चलता है कि डिब्बों में शौचालय के भीतर से पानी मिलाया जा रहा था। वीडियो के सामने आने और वायरल होने के कुछ दिन बाद जारी की गयी विज्ञप्ति में कहा गया कि घटना पिछले साल दिसंबर में यहां के सिकंदरबाद रेलवे स्टेशन पर चेन्नई सेंट्रल – हैदराबाद चारमीनार एक्सप्रेस पर हुई।
एससीआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी एम उमाशंकर कुमार ने विज्ञप्ति में कहा कि जांच के बाद सिकंदराबाद एवं काजीपेट के बीच के खंड पर काम करने वाले ट्रेन साइड वेंडिंग कांट्रैक्टर पी शिवप्रसाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई।वेंडर शिवप्रसाद के अंतर्गत कार्यरत था. उन्होंने बताया कि शिवप्रसाद पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
गौरतलब है कि पिछले साल दिल्ली जा रही पूर्वा एक्सप्रेस में एक यात्री को छिपकली वाली ‘वेज बिरयानी’ परोसी गयी थी जिसे खाने से उसकी हालत बिगड़ गई थी। वहीं इसी साल सीएजी ने रेलवे द्वारा दिये जाने वाले खाने को लेकर संसद में एक रिपोर्ट पेश की। जिसमें कहा गया कि रेलवे का खाना इंसानों के खाने लायक नहीं है। दूषित खाद्य पदार्थों, रिसाइकिल किया हुआ खाना और डब्बा बंद व बोतलबंद सामान का इस्तेमाल एक्सपाइरी डेट के बाद भी किया जाता है। सीएजी ने यह खुलासा भी किया था कि खाना बनाने में साफ-सफाई पर बिलकुल भी ध्यान नहीं दिया जाता।
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