चंडीगढ़ के हाईप्रोफाइल स्टॉकिंग मामले में सोमवार को कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान वरिष्ठ आईएएस अधिकारी वीरेंद्र कुंडु की बेटी वर्णिका कुंडु से करीब पांच घंटे में 500 सवाल पूछे गये जो चर्चा का विषय बना हुआ है। आपको बता दे कि जिला अदालत में मैराथन सुनवाई इस कदर हुई कि पीड़िता वर्णिका कुंडू को सिर्फ पांच घंटे में पांच सौ सवालों से गुजरना पड़ा। बचाव पक्ष के वकील ने ताबड़तोड़ सवाल कर वर्णिका के दावे को गलत साबित करने की कोशिश की वहीं वर्णिका अपनी बात से डिगीं नहीं। इस बहुचर्चित मामले में भाजपा के हरियाणा इकाई अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला मुख्य और उनका दोस्त आशीष सह आरोपी हैं।
आरोप है कि पिछले साल 4 अगस्त को घटना की रात दोनों कार में सवार थे और वर्णिका की कार का पीछा करते उन्हें रोकने की कोशिश की थी। सोमवार को चंडीगढ़ की जिला अदालत में लंबी चली सुनवाई के दौरान आईएएस अफसर वीएस कुंडू की बेटी ने पूछताछ में बताया कि घटना से एक दिन पहले उनकी गाड़ी की चाबी टूट गई थी। वह सेक्टर-8 में गाड़ी छोड़कर चलीं गईं थीं। जब अगले दिन यानी चार अगस्त की रात वह 11.15 pm पर गाड़ी लेने सेक्टर 8 पहुंची तो उनके साथ छेड़खानी की घठना हुई। करीब एक घंटे तक भाजपा नेता के बेटे विकास बराला और उसके दोस्त ने वर्णिका की कार का पीछा किया।
वही बचाव पक्ष के वकील रविंदर पंडित ने कहा कि वारदात के वक्त वर्णिका कुंडू चंडीगढ़ में नहीं थी और मोबाइल लोकेशन से ये साफ पता चलता है। उन्होंने कहा कि वर्णिका के बयानों में विरोधाभास है। वर्णिका कुंडू की कोर्ट में वोलेंट्री स्टेटमेंट पर रविंदर पंडित ने कहा कि वोलेंट्री स्टेटमेंट में वर्णिका ने बयानों को कवर करने की कोशिश की।
वहीं बचाव पक्ष के वकील ने वकील ने कोर्ट में कहा कि उस दिन के सरकारी सीसीटीवी फुटेज कोर्ट के सामने नहीं लाये गए हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ कुछ प्राइवेट संस्थानों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज पुलिस सामने लाई है।
विकास बराला के वकील ने भी सवाल उठाया कि जो फुटेज सामने आई है। उसमें कार का नंबर नज़र नहीं आ रहा है और ना ही विकास बराला-आशीष नज़र आ रहे हैं।
आपको बता दें कि हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक जिला कोर्ट में इस मामले में 11 जनवरी तक क्रॉस एग्जामिन पूरा करना होगा। इस मामले पर आज भी क्रॉस एग्जामिनेशन जारी है।
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