श्योपुर:करीब पौने छह साल पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विजयपुर दौरे के दौरान बायपास निर्माण का ऐलान किया था,लेकिन सीएम की यह घोषणा अब तक कागजों से निकलकर धरातल पर नहीं आई है। यही वजह है कि बायपास निर्माण का बजट के अभाव में लटका हुआ है। रोचक तथ्य तो यह है कि लोक निर्माण विभाग पिछले वर्ष 21 करोड 40 लाख का प्रस्ताव भी शासन को भिजवा चुका है,लेकिन यह प्रस्ताव भी राजधानी में धूल खा रहा है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के सीएम श्री चौहान 10 फरवरी 2012 को विजयपुर दौरे पर आए थे,जहां उन्होंने मंडी में आयोजित जनसभा में विजयपुर में बायपास निर्माण की घोषणा की थी। सीएम की इस घोषणा से कस्बेवासियों को उम्मीद बंधी थी कि बायपास बनने से कस्बे में जाम के हालातों पर प्रभावी तरीके से अंकुश लगेगा और भारी वाहन बायपास होकर गन्तव्य के लिए निकल जाएंगे।
लेकिन लोगों की इस उम्मीद को 5 साल 9 माह बीत चुके हैं,लेकिन इस उम्मीद को अभी तक पर नहीं लगे हैं। सबसे बडी बात तो यह है कि लोक निर्माण विभाग ने 6.75 किमी लंबे बायपास निर्माण के लिए न केवल डीपीआर तैयार की थी,बल्कि फाइनल स्टीमेट भी गत वर्ष शासन को भेज दिया था। लेकिन इसे विडंबना ही कहेंगे कि शासन स्तर से इस 21 करोड 40 लाख के इस्टीमेट को अभी तक मंजूरी नहीं मिली है।
जबकि विभागीय अधिकारी विगत मार्च 2017 तक बजट मंजूर होने एवं काम शुरू करने की उम्मीद लगाए बैठे थे,लेकिन विभागीय आला अफसरों की लेतलाली के चलते बजट को अब तक मंजूरी नहीं मिली है,जिससे बायपास निर्माण का काम लटकता नजर आ रहा है। नागरिकों का आरोप है कि चूंकि विजयपुर विधानसभा एवं नगर परिषद कांग्रेस के कब्जे में है, इसलिए सीएम सहित अन्य भाजपाई इस बायपास निर्माण को मंजूर नहीं होने देना चाहते हैं। उन्हें आशंका है कि यदि बायपास बना तो इसका श्रेय कांग्रेस के विधायक को जाएगा।
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