नैनीताल के लोअर मालरोड का 25 मीटर लम्बा हिस्सा शनिवार को नैनीझील में बह गया। गनीमत यह रही कि इस दौरान वहां से कोर्इ वाहन नहीं गुजर रहा था और लोगों की आवाजाही भी नहीं थी। सड़क का बड़ा हिस्सा कई दिनों से झील की ओर झुकता जा रहा था, जबकि कई दरारें भी सड़क पर पड़ गई थीं। जिसके बाढ़ से रोड पर वाहनों के आवाजाही पूरी तरह से बंद थी। बीते दिनों भू-धंसाव के बाद दरारों को बढ़ता देख लोनिवि ने दरार को भरने के साथ ही नैनीझील के पास बनी रिटर्निंग वॉल में हुए होल को भरा था।
लेकिन, दरार लगातार बढ़ती रही। शनिवार शाम करीब तीन बजे दरार भरने का काम किया जा रहा था। विभागीय कर्मचारी दरार को भरने के लिए जितना भी कोलतार और रेत डाल रहे थे, वह दरार में समाता जा रहा था। इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दी गई। जिला प्रशासन जब तक नैनीताल के लोअर मालरोड पर वाहनों के आवागमन को रोकने के आदेश जारी करता, उससे पहले ही शाम करीब साढ़े पांच बजे सड़क का करीब 25 मीटर लंबा हिस्सा टूट कर नैनीझील में समा गया।
गनीमत रही कि इस दौरान कोई वाहन या राहगीर उधर से नहीं गुजर रहा था, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। सड़क के टूटने की सूचना पर एसडीएम अभिषेक रूहेला, तहसीलदार केके आर्या, सीओ सिटी विजय थापा और लोनिवि प्रांतीय खंड के ईई सीएस नेगी ने मौके पर पहुंच कर निरीक्षण किया। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत कब तक पूरी होगी।