पटना : राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी संस्थान एवं बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के संयुक्त तत्वावधान में सामुदायिक संस्थान में प्रशिक्षण के तहत बिहार के ग्रामीण चिकित्सकों को 15 जुलाई से प्रशिक्षण दिया जायेगा। उक्त बातें बेली रोड स्थित राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी के क्षेत्रिय कार्यालय में बिहार राज्य परामर्श समिति के अध्यक्ष डा. एल. बी. सिंह, शैक्षणिक निदेशक संजय सिन्हा, व्यवसायिक निदेशक अशमिन्दर ङ्क्षसह बहल,
क्षेत्रिय निदेशक परमप्रीत ङ्क्षसह ने संयुक्त रूप से कही। उन्होंने कहा कि राज्य के 38 जिले से 21112 नामांकित लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकत्र्ता प्रशिक्षण के तहत 200 घंटे का प्रशिक्षण दिया जायेगा। जिसमें 100 घंटे का लिखित एवं 100 घंटे का प्रैक्टिकल होगा। कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षणाथ्र्थियों को प्राथमिक चिकित्सा की पूर्ण जानकारी दी जायेगी।
वक्ताओं ने बताया कि कार्यक्रम के तहत पूरे राज्य में 682 प्रशिक्षण केन्द्र बनाये गये हैं। यह केन्द्र प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र होगा। जहां के चिकित्सक लोगों को चिकित्सा संबंधी जानकारी देंगे। प्रशिक्षण का कार्य शनिवार, रविवार को होगा। प्रशिक्षण केदौरान जरूरत पड़ी तो अन्य चिकित्सकों को भी प्रशिक्षण कार्यक्रम में लगाया जायेगा। वक्ताओं ने कहा कि ग्रामीण स्वास्थ्य कर्मी को प्रशिक्षण देने का यह कार्यक्रम बिहार में प्रथम बार प्रारंभ किया जा रहा है। इसके बाद देश के अन्य राज्यों में भी कार्यक्रम चलाया जायेगा।
प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य उन स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षणदेना है जिनके पास कोई डिग्री नहीं है उन्हें प्रशिक्षण के बाद प्रमाण पत्र दिया जायेगा। जिसके बादवे निर्भिक होकर अपने क्षेत्र में लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य से मुहैया करायेंगे। यह राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य संबंधी कठिनाईयों को दूर करने का बहुत बड़ी योगदान देगा। जिससे ग्रामीण चिकित्सक अपने कौशल को विकसित कर मरीजों को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान कर सकेंगे। ताकि लोगो को सुरक्षित रूप से पूर्ण इलाज हेतु नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र एवं अस्पतालों में पहुंचने का समय मिल सकेगा।
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