गुजरात में चरम पर पहुंच चुकी चुनावी गहमागहमी के बीच आज यहां कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार तथा राज्यसभा सांसद अहमद पटेल को मुख्यमंत्री बनाने के लिए मुस्लिमों की एकता और कांग्रेस को वोटे देने करने वाले पोस्टरों के नजर आने से खासा विवाद पैदा हो गया।
हालांकि स्वंय श्री पटेल और कांग्रेस ने इसे फर्जी करार देते हुए इसके पीछे भाजपा का हाथ होने का आरोप लगाया। मुस्लिम बहुल उधना दरवाजा के एक मस्जिद के निकट लगे ऐसे एक पोस्टर में कांगेस का चुनाव चिन्ह और सूत्र वाक्य कांग्रेस आवे छे नवसर्जन लावे छे के साथ श्री पटेल और राहुल गांधी तस्वीरों के नीचे लिखा था कि मुस्लामानों की एकता बनाये रखने के लिए और अहमद पटेल को‘वजीरे आलम’(मुख्यमंत्री) बनाने के लिए हम मुस्लिम समुदाय को केवल कांग्रेस को वोट देने की अपील करते हैं।
हालांकि इसमें किसी निवेदन का नाम नहीं था। बाद में इन पोस्टरों को हटा लिया गया। श्री पटेल ने इसे भाजपा का दुष्प्रचार बताते हुए कहा कि वह न तो कभी मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे, न हैं और न रहेंगे। उन्होंने कहा कि हार सामने देख कर भाजपा चुनाव के मुद्दों को झूठ की ओर भटकाने की कलाबाजी कर रही है। लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक करें।