नयी दिल्ली : भाजपा सरकार द्वारा अपने तीन वर्ष पूरे होने का जश्न मनाने पर कांग्रेस ने नरेन्द मोदी सरकार पर बेरोजगारी बढ़ाने और रोजगार विहीन विकास करने का आरोप लगाते हुए आज सवाल किया कि ऐसी परिस्थितियों में इस जश्न का क्या औचित्य है। साथ ही पार्टी ने कहा कि वह अगले दो वर्ष तक विभिन्न मोर्चो पर सरकार की विफलताओं को देश भर में उजागर करेगी। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा, यह बहुत दुर्भाज्ञपूर्ण बात है कि तीन साल पूरे होने के अवसर पर मोदी सरकार जश्न मनाने के लिए हजारों करोड़ रूपये खर्च कर रही है और अपनी पीठ थपथपा रही है। इस कार्यक्रम को नाम दिया गया है ‘मेकिंग ऑफ डेवलप्ड इंडिया (मोदी)। उन्होने इस जश्न कार्यक्रम पर सवाल उठाते हुए कहा, इसका औचित्य क्या है? करोड़ों रूपये का खर्चा? वायदों के पुलिंदे तो हैं लेकिन सच्चाई क्या है। सच्चाई है बेरोजगारी। रोजगारहीन विकास। सिंघवी ने प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी के उस वाक्य को दोहराया जो उन्होंने 2014 में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि वह 50 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों का तो कुछ ज्यादा नहीं कर सकते किन्तु 20 साल से अधिक आयु वाले ऐसे लोगों का जीवन बदल सकते हैं जो रोजगार की तलाश कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा, भाजपा ने चुनाव के दौरान दो करोड़ रोजगार प्रति वर्ष दिलवाने का वादा किया था। सच्चाई यह है कि आप जिसे विकास कहते हैं, उसमें रोजगार विकास की दर महज एक प्रतिशत है। बेरोजगारी में वृद्धि चौकाने वाली और दुर्भाज्ञपूर्ण है। वर्ष 2009 -10 में सालाना स्तर पर 8.7 लाख रोजगार सृजित हुए। 2010 -11 में सवा नौ लाख रोजगार सृजित किये गये। जबकि 2014 -15 में कुल 1.35 लाख रोजगार सृजित हुए। सिंघवी ने कहा कि पिछले 63 वर्ष में बैैंक रिणों का सबसे कम विकास हुआ है। जब बैंक से रिण नहीं लिया जाएगा तो इसका मतलब है कि औद्योगिक विकास ही नहीं होगा। उद्योगों का जब विकास नहीं होगा तो रोजगार सृजित नहीं होंगे। पिछले 63 वर्षों में बैंक रिण
के विकास की सबसे कम दर 2016..17 में रही 5.3 प्रतिशत। औद्योगिक विकास की दर जनवरी 2017 में 0.6 प्रतिशत रही। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री जी आप जुमलेबाजी करिये, वादे करिये, बरगलाइये। किंतु साथ ही देश को यह बताइये कि आप किस चीज का जश्न मना रहे हैं। किस चीज पर अपने आप को बधाई दे रहे हैं। क्या यह जश्न बेरोजगारी बढ़ाने के लिए किया जा रहा है? उन्होंने कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि वह बेरोजगारी दूर करने के लिए क्या ठोस कदम उठा रही है। सिंघवी ने कहा कि पार्टी के विभिन्न नेता अगले दो साल तक देश के विभिन्न भागों में जाकर सरकार की विभिन्न मोर्चों पर विफलताओं को जोर शोर से उजागर करेंगे। हालांकि इस बारे में उन्होंने अधिक ब्यौरा देने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा, ”आक्रमण में चौंकाने वाला तत्व भी रहने दिया जाना चाहिए।