जज बीएच लोया के जिस केस को लेकर सुप्रीम कोर्ट के चार सीनियर जजों ने ‘बगावत’ की, उसकी सुनवाई अब खुद चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा करेंगे। अभी तक इस केस की सुनवाई जस्टिस अरुण मिश्रा की पीठ कर रही थी। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के चार न्यायाधीशों ने मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के खिलाफ बगावत करते हुए पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था। इस दौरान इन न्यायाधीशों ने खुले तौर पर जज लोया के केस की सुनवाई को लेकर आपत्ति उठाई थी।
न्यायाधीशों की ये भी शिकायत है कि मुख्य न्यायाधीश सभी अहम मुकदमें खुद ही सुन लेते हैं यानी मास्टर ऑफ रोस्टर होने का फायदा उठाते हैं। इसके बाद जस्टिस अरुण मिश्रा ने इस मामले की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया था। साथ ही कहा था कि इसे मामले को सुनवाई के लिए उपयुक्त बेंच के सामने पेश किया जाए। इसके बाद से इसकी सुनवाई को लेकर तमाम कयास लगाए जा रहे थे।
अब सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने लोया केस की सुनवाई खुद करने का फैसला लिया है। सोमवार को उनकी पीठ के समक्ष इस केस को पेश किया जाएगा। इस केस में मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा की पीठ में अन्य न्यायाधीश एएम खानविलकर और डीवाई चंद्रचूड़ भी शामिल होंगे। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा की पीठ के समक्ष लोया केस को 45 नंबर मुकदमा के रूप में पेश किया जाएगा। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने जज लोया की मौत मामले की सुनवाई के लिए 22 जनवरी की तारीख मुकर्रर की है।
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