नई दिल्ली : राजधानी के 500 घरों का सस्ता राशन एक ही घर में दिया जा रहा है। शायद यही कारण है कि एक ही फोन नंबर पर 500 राशन कार्ड के लिए ओटीपी आ रहे हैं। दरअसल खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने एक जनवरी से राशन की दुकानों में सस्ता राशन देने के लिए ई-पोस मशीनों की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत फोन नंबर पर ओटीपी आने के बाद ही राशन दिया जाता है। इस योजना पर सवाल उठाते हुए दिल्ली सरकार ने इसे बंद कर राशन के लिए तुरंत डोर स्टेप डिलीवरी सिस्टम को शुरू करने की मांग रखी। इस संबंध में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि राजधानी में 72 लाख लोग राशन कार्ड से लाभ उठा रहे हैं।
इन्हें 4.5 लाख टन राशन दिया जा रहा है। इस व्यवस्था में सुधार के लिए 90 दुकानों पर ई-पोस सिस्टम लागू किया गया। लेकिन इंटरनेट की समस्या आने के बाद कैबिनेट ने इसे वापस लेने का निर्देश दिया। लेकिन अधिकारियों ने एलजी को बताया कि सब कुछ ठीक है। उन्होंने कहा कि एक मार्च से ओटीपी सिस्टम को लागू किया गया। इस सिस्टम को लेकर लगातार शिकायतें आई। जब खाद्य आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन ने ओटीपी से बांटे गए राशन कार्ड का डाटा मांगा तो इस योजना को बंद कर दिया गया। उन्होंने कहा कि 10 दिन की जांच में जो रिपोर्ट सामने आई उसमें भारी गड़बड़ी पकड़ी गई है।
उन्होंने कहा कि 500 कार्ड के लिए एक ही नंबर को इस्तेमाल किया जा रहा था। इसके अलावा 100 या इससे अधिक कार्ड अन्य नंबरों पर रजिस्टर्ड है। उन्होंने बताया कि जांच में सामने आया कि 11 फोन नंबर पर 1549 कार्ड चल रहे थे। उन्होंने कहा कि जांच के लिए 41 हजार घरों का ओटीपी इस्तेमाल किया गया। सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में खुलेआम राशन की चोरी हो रही है। इस संबंध में कई बार एलजी को लिखा जा चुका है। बावजूद इसके ई पोस सिस्टम को लागू रखा गया। उन्होंने कहा कि कैग ने भी राशन विभाग में भारी धांधली पकड़ी लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
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