नई दिल्ली : भारतीय नववर्ष की पूर्व संध्या पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषांगिक संगठन स्वदेशी जागरण मंच दिल्ली प्रांत व यमुना विहार विभाग द्वारा वजीराबाद रोड पर भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आरएसएस व स्वदेशी के स्वयंसेवकों और स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख प्रदीप शर्मा ने कहा कि सनातन धर्म की शुरुआत इस दिन से ही शुरू होती है, यह नववर्ष हम सब हिंदुस्तानियों को एक माला में पिरोने के लिए प्रेरित करता है। इस दिन से ही भारतीय परम्पराओं व भारतवर्ष के सभी पर्वों की तिथि की शुरुआत होती है।
हम सभी को जाति-धर्म से ऊपर उठकर एकजुट होने का संकल्प लेना होगा। विश्व में हिन्दू चिंतन सबसे सबसे विशिष्ट और अनोखा है, जो विश्व के अन्य किसी समाज के पास नहीं है। इस चिंतन की धारा आत्मतत्व के असितत्व से सदैव पोषित होती रही है। जाति के आधार पर भेदभाव और अस्पृश्यता कष्टकारी है, जो चिन्ता पैदा करते हैं। इन सब भेदभाव को समाप्त व सनातन धर्म को मुक्तसर, समरस, सजग, समृद्ध और स्वावलंबी बनाने के लिए स्वामी विवेकानंद, डॉ. हेडगेवार, वीर सावरकर आदि महापुरुषों ने अपना पूरा जीवन आहूत कर दिया जिससे आज समाज मे जीवंतता एवं भविष्य के प्रति आशा की किरण दिखाई दे रही है।
इस अवसर पर स्वदेशी जागरण मंच के वरिष्ठ नेता प्रवीन निमेष ने कहा कि संघ का स्वयंसेवक ही विश्व को मानवता का ज्ञान व भारत माता को विश्व गुरु का दर्जा दिला सकता है। इस मौके पर आरएसएस यमुना विहार विभाग के संघचालक सुशील गुप्ता, विभाग कार्यवाह रामकिशन, प्रांत संयोजक सुशील पांचाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
देश और दुनिया का हाल जानने के लिए जुड़े रहे पंजाब केसरी के साथ।