नई दिल्ली : दिल्ली उच्च न्यायालय को आज केंद, सरकार ने सूचित किया है कि उसने इंटरनेट दुनिया की सभी बड़ी कंपनियों गूगल, फेसबुक और याहू को ब्लू व्हेल गेम को बंद करने के निर्देश दिए थे। इस गेम की वजह से दुनिया भर में कई बच्चों ने आत्महत्या कर ली है। केंद, सरकार के वकील ने कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मिथल और न्यायमूर्ति सी हरि शंकर की पीठ को बताया कि इस संबंध में केंद, सरकार ने परामर्श भी जारी किया है।
इंटरनेट कंपनियों को इस गेम से संबंधित किसी भी तरह की चीज को अपलोड करने से रोकने के संबंध में डाली गई याचिका पर केंद, सरकार ने अदालत को सूचित किया है। अदालत ने याचिका को वापस लिया हुआ मानकर इसको खारिज कर दिया क्योंकि याचिकाकर्ता वकील गुरमीत सिंह ने कहा कि उनकी मांग को पहले ही पूरा कर दिया गया है। उच्चतम न्यायालय ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय को स्कूल जाने वाले बच्चों को इस तरह के खतरनाक खेलों के खतरे के प्रति जागरूक करने के लिए सर्कुलर जारी करने को कहा था।
केंद, सरकार के वकील ने उच्च न्यायालय को सूचित किया कि उन्होंने गूगल, फेसबुक, व्हाट्सएप्प, इंस्टाग्राम, माइक्रोसॉफ्ट और याहू जैसी इंटरनेट कंपनियों को यह सुनिश्चित करने को कहा था कि उनके प्लेटफॉर्म से ब्लू व्हेल के लिंक के साथ ही इस तरह के सभी खतरनाक खेलों के लिंक तत्काल हटा लिए जाएं। ब्लू व्हेल चैलेंज गेम कथित तौर पर एक आत्मघाती खेल है। इस खेल में खिलाड़ को कुछ निश्चित तरह के कार्य 50 दिनों के अंदर पूरे करने को कहा जाता है और सबसे अंतिम काम खुद की जान लेना होता है। वहीं खिलाड़ को हर चुनौती को पूरा करने की तस्वीर भी अपलोड करनी होती है। रिपोर्ट के अनुसार भारत में 12-19 साल तक के छह से ज्यादा बच्चों ने इस चैलेंजिंग गेम को खेलते हुए कथित रूप से अपनी जान ले ली।
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