नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली सरकार अपने अस्पतालों में दवा आपूर्तिकर्ताओं के बिल का ”भुगतान नहीं होने” के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी और इस चूक के लिए जिम्मेदार अधिकारियों का वेतन ”काटा” जा सकता है।
केजरीवाल ने हाल में किया था संजय गांधी अस्पताल का औचक निरीक्षण
केजरीवाल ने मुख्य सचिव एम एम कुट्टी को पत्र लिखकर ये निर्देश दिए। केजरीवाल ने हाल में संजय गांधी अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था। इसी दौरान उनके समक्ष यह मामला आया। मुख्य सचिव से कल पूर्वाह्न 11 बजे तक जवाब देने को कहा गया है। इसमें बिल के ”भुगतान नहीं होने” के पीछे का कारण बताने को कहा गया है। बिल का ”भुगतान नहीं किए जाने” के कारण दवाइयों की कमी हो गई है जिससे किफायती स्वास्थ्य सेवा के लिए सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीज प्रभावित हुए हैं।
शहर के सरकारी अस्पताल जिन समस्याओं से जूझ रहे हैं, केजरीवाल ने उनसे निपटने के लिए एक तंत्र विकसित करने की बात की जिसके तहत कोई भी चूक होने पर अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। केजरीवाल ने अगले सोमवार तक समग्र योजना की मांग करते हुए लिखा, ”यदि देरी से भुगतान करने पर कोई शुल्क (कर) अदा किया जाना होगा तो यह राशि जिम्मेदार अधिकारी के वेतन से काटी जानी चाहिए।”
केजरीवाल ने मंगोलपुरी स्थित संजय गांधी अस्पताल में पिछले सप्ताह एक औचक दौरे के बाद ”नाखुशी” व्यक्त की थी। केजरीवाल ने पाया कि अस्पताल मुफ्त दवाएं मुहैया कराने के उसके आदेश का पालन करने में विफल रहा है जिसके बाद दिल्ली सरकार ने अस्पताल में एक नया चिकित्सा अधीक्षक नियुक्त किया।