मोदी सरकार 2019 लोकसभा चुनाव से पहले किसानों को बड़ी सौगात दी है। आज होने वाली कैबिनेट बैठक में खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी को डेढ़ गुना करने पर आज केंद्र सरकार मुहर लगाई है, जिसके बाद किसानों को उनकी लागत का 50% ज़्यादा न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलेगा। केंद्र सरकार ने धान के समर्थम मूल्य में 200 रुपये का इजाफा कर दिया है। आज कैबिनेट बैठक में सरकार ने खरीफ फसल की MSP बढ़ाने का फैसला लिया है। किसी भी फसल की लागत के सभी खर्चे शामिल होंगे- जैसे बीज, खाद, कीटनाशक, मजदूरी, मशीन आदि।
हालांकि किसान की लागत में ज़मीन की क़ीमत शामिल नहीं होगी, जिसकी सिफारिश स्वामीनाथन आयोग ने की थी। खरीफ की फसल में धान और रागी की फसल सबसे अहम है, जिसमें रागी का एमएसपी 900 रुपए से 2700 रुपए प्रति क्विटंल तक की बढ़ोतरी हो सकती है, वहीं धान में भी दो सौ रुपए की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ही कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह और नीति आयोग के सदस्यों से मुलाकात की। जिसके बाद 2018-19 के लिए नए एमएसपी का ऐलान होगा। पीएम मोदी का लक्ष्य है कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी की जाए।
आपको बता दें कि हाल ही में एक इंटरव्यू में पीएम ने इसके संकेत भी दिए थे। कृषि मामलों के विशेषज्ञ डॉ. देवेंद्र शर्मा ने कहा कि यह स्वाभाविक है कि जब थोक कीमतों में बढ़ोतरी होगी, तो उसका असर खुदरा बाजार में ज्यादा होगा। ऐसे में आम आदमी के लिए रसोई का खर्च जरूर बढ़ जाएगा, लेकिन दूसरी तरफ देश के अन्नदाता को इससे राहत मिलेगी। अगर बाजार मूल्य एमएसपी से कम रहता है, तो सरकार उन्हें शेष राशि मुहैया कराएगी। ऐसे में हर सूरत में उन्हें उपज का उचित दाम मिल पाएगा।