दिल्ली के सीएम केजरीवाल का माफी मांगने का सिलसिला जारी है। पहले उन्होंने पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया से माफी मांगी और अब केजरीवाल ने बिक्रम मजीठिया, मौजूदा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और अमित सिब्बल से लिखित माफी मांगी है। सूत्रों का कहना है कि अनौपचारिक तौर पर केजरीवाल ने पिछले साल ही नितिन गडकरी से अपने व्यवहार के लिए अफसोस जाहिर किया था।
सूत्रों ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘केजरीवाल ने अनौपचारिक तौर पर एक साल पहले ही माफी मांग ली थी, लेकिन पिछले 4 महीने से इस दिशा में औपचारिक बातचीत चल रही है।’ बता दें कि 16 मार्च को केजरीवाल के लिखित माफीनामे के बाद दोनों नेताओं ने दिल्ली की एक अदालत में केस रद्द करने के लिए संयुक्त अर्जी दी है।
जानकारी के मुताबिक गडकरी ने अपनी शर्तों पर केजरीवाल से माफी मंगवाई है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार केजरीवाल ने पिछले साल गडकरी से अनौपचारिक रूप से माफी मांगी थी, लेकिन औपचारिक तौर पर माफी को लेकर बातचीत चार महीने पहले हुई। इसके लिए सीएम केजरीवाल के दो मुख्य सहयोगियों ने गडकरी और उनके सहयोगियों के साथ मामले में निर्णय लेने के लिए कई दौरों की चर्चा की थी।
एक शख्स ने बताया, ‘दोनों नेताओं ने पुरानी घटनाओं को भूलने पर सहमति व्यक्त की थी लेकिन इसे अंतिम रूप देने में कुछ समय लगा। बता दें कि केजरीवाल ने गडकरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, जिसे साबित नहीं किया जा सका। उनकी माफी के बाद केंद्रीय मंत्री ने अपनी मानहानि का मामला वापस ले लिया। गडकरी ने अपना नाम केजरीवाल द्वारा ‘भ्रष्ट राजनेताओं’ की सूची में डालने के बाद 2014 में आप नेता के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था।
केजरीवाल पर कई राजनेताओं ने मानहानि का मामला दर्ज किया है, जिसमें वित्त मंत्री अरुण जेटली व दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित भी शामिल हैं।बीते सप्ताह आप नेता ने शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया पर बिना साक्ष्यों के मादक पदार्थो के व्यापार में शामिल होने के आरोपों पर मांफी मांग ली थी। इस माफी से आप की पंजाब इकाई में विद्रोह भड़क गया, जिसे लेकर पंजाब की आप इकाई के प्रमुख पद से भगवंत मान ने इस्तीफा दे दिया था।
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