आर्मी चीफ बिपिन रावत ने एक सम्मेलन में बीजेपी की तुलना असम की एक पार्टी ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रैटिक फ्रंट (AIUDF) से की है। बिपिन रावत ने AIUDF को असम की उभरती हुई पार्टी बताया। रावत द्वारा AIUDF पर दिए गए बयान से AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी बिफर गए हैं और कहा है कि राजनीतिक दलों पर टिप्पणी करना आर्मी चीफ का काम नहीं है। वहीं, बीजेपी और कांग्रेस आर्मी चीफ के बयान से पल्ला झाड़ते दिखे। ओवैसी ने आश्चर्य जताया कि आखिर क्यों आर्मी चीफ राजनीतिक बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में पार्टी के गठन और विस्तार की इजाजत है।
रावत ने असम के कई जिलों में मुस्लिम जनसंख्या में वृद्धि की खबरों का हवाला देते हुए सेना प्रमुख ने बदरुद्दीन अजमल की AIUDF की चर्चा की। उन्होंने कहा, ‘’AIUDF नामक एक पार्टी है। उस पर नजर डालें तो पता चलता है कि बीजेपी को उभरने में सालों लग गए, जबकि वह बिल्कुल कम समय में उभरी। AIUDF असम में तेजी से बढ़ रही है।’’ जिस कार्यक्रम में सेना अध्यक्ष ने ये बयान दिया उसी कार्यक्रम में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी मौजूद थे। सेना प्रमुख के इस बयान पर ओवैसी की प्रतिक्रया आई है। ओवैसी ने कहा है कि सेना प्रमुख को राजनीतिक मामलों में दखल नहीं देना चाहिए।
असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीटर पर लिखा, ‘’ सेना प्रमुख को राजनीतिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, किसी राजनीतिक पार्टी के उदय पर बयान देना उनका काम नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और संविधान इसकी इजाजत नहीं देता है। सेना हमेशा एक निर्वाचित नेतृत्व के तहत काम करती है।’’ गौरतलब है कि असम में बदरुद्दीन अजमल के नेतृत्व AIUDF मुस्लिमों के मुद्दे उठाती रही है, जिन्हें बड़ी संख्या में बांग्लादेश से आया समझा जाता है। इस बीच कांग्रेस और बीजेपी ने आर्मी चीफ के मुद्दे पर एक स्वर में बयान दिया है। कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि आर्मी चीफ को इस तरह के बयान से बचना चाहिए था, लेकिन समस्याओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
What,the Army Chief should not interfere in political matters it is not his work to comment on the rise of a political party ,Democracy & Constitution allows it and Army will always work under an Elected Civilian leadership https://t.co/PacWqqYXz1
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) February 22, 2018
उन्होंने कहा, ‘ओवैसी को जबर्दस्ती बयान देने की आदत है। वह बेवजह बयान देते हैं। सेना पर बयानबाजी नहीं होनी चाहिए।’ दूसरी तरफ बीजेपी ने कहा कि किसी व्यक्ति द्वारा अपनी बात रखने में बुराई क्या है? बीजेपी नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा कि आर्मी चीफ ने समस्या के बारे में जानकारी दी है। इसपर विवाद नहीं होना चाहिए।
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