नयी दिल्ली : कांग्रेस ने आज दावा किया कि देश भर में किसान संकटों में घिरे हुए हैं तथा प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी और केन्द सरकार ने किसानों से बातचीत कर समस्या का समाधान निकालने के मामले में चुप्पी साध रखी है। कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अजय माकन ने संवाददाताओं से कहा कि 1917 में महात्मा गांधी ने चम्पारण में किसानों के लिए एक आंदोलन किया था। आज उसके ठीक सौ साल बाद समस्याओं से घिरे किसान अपनी यूनियनों और राजनीतिक दलों के साथ सड़क पर उतर रहे हैं। कांग्रेस भी किसानों की समस्याओं के समर्थन में प्रदर्शन कर रही है। उन्होंने कहा, दुखद बात है कि किसानों पर गोलियां चलायी जाती हैं (मंदसौर में), जिसमें छह लोगों की मौत हो गयी। 45 किसानों पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
किन्तु गोली चलाने वाले एक भी व्यक्ति पर न तो मुकदमा दर्ज हुआ और न गिरफ्तारी हुई। कांग्रेस नेता ने कहा, दुखद यह भी है कि चाहे न्यूनतम समर्थन मूल्य का मामला हो चाहे किसानों से बातचीत कर समस्या का समाधान निकालने का मामला हो प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी और केन्द सरकार चुप्पी साधे हुए है। और तो और केन्द ने तो यहां तक कह दिया है कि वह किसानों का कर्ज माफ नहीं कर सकती। उन्होंने सवाल किया कि एक लाख 54 हजार करोड़ रूपये अपने मित्र पूंजीपतियों के माफ किए जा सकते हैं तो किसानों का कर्ज क्यों नहीं माफ किया जा सकता।