लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

लोकसभा चुनाव पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

देश को ईमानदार बनाने की कोशिश थी नोटबंदी : रविशंकर प्रसाद

कांग्रेस नोटबंदी व जीएसटी को लागू किये जाने का लगातार विरोध कर रही है और राज्य के मौजूदा विधानसभा चुनाव में भी वह इसे मुद्दा बना रही है।

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मोदी सरकार के नोटबंदी के कदम को देश को ईमानदार बनाने की कोशिश बताते हुए बुधवार को कहा कि इस मामले में संसद में केवल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अहम की संतुष्टि के लिए बहस नहीं हो सकती। राममंदिर पर सरकार द्वारा अध्यादेश लाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि संवैधानिक दायरे में हर काम होना चाहिए।

उन्होंने कहा, ”राहुल गांधी ने जीएसटी व नोटबंदी का पूरा विरोध किया जबकि नोटबंदी देश को ईमानदार बनाने की कोशिश थी। (नोटबंदी से) जो पैसा वापस आया वह काले से सफेद नहीं हुआ। आज उस पैसे का कोई मालिक है उसे कर देना पड़ेगा।” कांग्रेस नोटबंदी व जीएसटी को लागू किये जाने का लगातार विरोध कर रही है और राज्य के मौजूदा विधानसभा चुनाव में भी वह इसे मुद्दा बना रही है।

demonetisation

इस पर केंद्रीय कानून मंत्री ने कहा, ”नोटबंदी के दो साल हो गए हैं और इस पर कई बार चर्चा हो चुकी है। कई बार राहुल गांधी स्वयं नोटबंदी की चर्चा में गायब रहे, प्रधानमंत्री ने इसका जवाब दिया है। उत्तर प्रदेश व गुजरात के चुनाव में इन्होंने नोटबंदी को विषय बनाया था जहां वे हार गए। राहुल गांधी के अहम की संतुष्टि के लिए बहस नहीं हो सकती। अगर जानकारी के आधार पर बहस करेंगे तो अच्छी बहस होगी इसमें राहुल गांधी भी उत्तर नहीं दे पाएंगे।”

जीएसटी के सवाल पर उन्होंने कहा कि एक कर प्रणाली लागू होने के बाद अभी तक लगभग 1.10 करोड़ व्यापारी इसे अपना चुके हैं। उन्होंने कहा कि जब आप देश को ईमानदार बनाने की कोशिश करते हैं तो देश की जनता भी टैक्स देकर इसका अभिवादन करती है। सबरीमाला मुद्दे पर शीर्ष अदालत के फैसले पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बयान को प्रसाद ने सार्थक आलोचनात्मक तरीके से कही गयी बात बताया।

Sabarimala

उन्होंने कहा, ”इसमें (अदालती फैसले को) कोई चुनौती नहीं है। भारत के संविधान में किसी निर्णय की सार्थक आलोचना करने का अधिकार आम भारतीय को है, न्यायालय की अवमानना करने का नहीं।” मंत्री ने कहा, ”आप जब किसी एक आस्था के अनिवार्य तथ्यों का विश्लेषण करते हैं तो वह सभी आस्थाओं पर लागू होना चाहिए।”

नोटबंदी का प्रभाव अस्थायी, अर्थव्यवस्था की स्थिति मजबूत : RBI गवर्नर

वहीं राममंदिर पर सरकार द्वारा अध्यादेश लाए जाने के सवाल पर उन्होंने इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ के फैसले का जिक्र और कहा कि हम सब की अपेक्षा है कि इस मामले का निपटारा जल्दी होना चाहिए। उन्होंने कांग्रेस पर जातिवादी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि उनका विकास के मुद्दे पर विश्वास नहीं रहा है।

उन्होंने कहा, ”कांग्रेस पार्टी अपने नेताओं की जाति व गोत्र की चर्चा आज तक नहीं करती थी। गुजरात के चुनाव में इन्होंने कहा मैं शिवभक्त ब्राह्मण हूं.. यहां दत्तात्रेय गोत्र की चर्चा हो रही है। कांग्रेस पार्टी का विकास के मुद्दों पर विश्वास नहीं है क्या? क्योंकि उन्हें पता है कि विकास की बात होगी तो उनको जवाब देना पड़ेगा।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

nine + 1 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।