डेरा सच्चा सौदा के मैनेजमेंट कमिटी के 45 सदस्यों को पंचकूला पुलिस ने नोटिस भेजा है। इस लिस्ट में विपासना इंसां , आदित्य इंसां, डेरा के डॉक्टर पीआर नैन और डेरा सच्चा सौदा के वकील एसके गर्ग निरवाना को भी जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है। साथ ही हरियाणा पुलिस को एक हार्ड डिस्क मिली है।
जिसमें गुरमीत राम रहीम की 700 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी और हवाला कारोबार की पूरी डिटेल है। ये हार्ड डिस्क एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) को सौंपी जाएगी। डेरा सच्चा सौदा के अलग-अलग इलाकों में रेड के दौरान ये हार्ड डिस्क बरामद की गई है और इस हार्ड डिस्क को जलाकर डैमेज करने की कोशिश भी की गई थी।
इसके बावजूद पुलिस ने हार्ड डिस्क को रिकवर कर लिया है। इससे डाटा निकालने में भी सफलता हासिल कर ली है। इस हार्ड डिस्क में ये पूरी डिटेल है कि डेरा सच्चा सौदा की ओर से किसे कितनी रकम दी गई और कितने रुपए कहां पर इन्वेस्ट किए गए। इसके अलावा डेरे के हत्यारों की भी जानकारी इस हार्ड डिस्क में मौजूद है।
पुलिस को पता चला है कि फरारी के दौरान हनीप्रीत ने 17 सिम कार्ड इस्तेमाल किए, जिनमें तीन विदेशी सिम भी शामिल थे. सूत्रों के मुताबिक, हरियाणा पुलिस हनीप्रीत का नार्को टेस्ट करवा सकती है। इसके लिए पंचकूला कोर्ट में नार्को टेस्ट करवाने के लिए पुलिस अर्जी लगाने की तैयारी में है. दरअसल, पूछताछ के दौरान लगातार पुलिस के सवालों से बच रही है।
वह बार-बार अपने बयान भी बदल रही है। पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। कहते हैं लोहा लोहे को काटता है। पुलिस हनीप्रीत तक पहुंचने के बाद अब डेरा सच्चा सौदा की मैनेजिंग कमेटी की चेयरपर्सन विपासना इंन्सा से राज उगलवाना चाहती है। रोहतक जेल में 20 साल की सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम का जो भी राजदार रहा है।
पुलिस की अब उस पर पैनी नजर है। विपासना के जरिए पुलिस ना सिर्फ हनीप्रीत बल्कि गुरमीत राम रहीम के दूसरे राजदारों के बारे में पता करना चाह रही है। इसमें डेरा के थिंक टैंक में शामिल रहे डॉक्टर आदित्य इन्सां का नाम भी शामिल है।