पटना : आम आदमी पार्टी के प्रदेश कार्यालय में मुख्यमंत्री दिल्ली के विशेष सलाहकार सह राष्ट्रीय संगठन मंत्री राकेश सिन्हा ने बिहार की बदहाल शिक्षा व्यवस्था के विषय पर प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहाए बिहार में केजी से लेकर पीजी तक की शिक्षा व्यवस्था बदहाल हो चुकी हैं। सबको शिक्षा के समान अवसर देने की सवैधानिक जवाबदेही से बिहार सरकार अपना पल्ला झाड़ लिया है।
अब सरकार गरीब छात्रों को खिचड़ी, पोषाक राशि, साइकिल राशि, छात्रवृति देकर अपना कत्र्तव्य का इति मान लिया है तो शिक्षा का जिम्मा किसका है? पिछले चार साल से लगातार बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा जारी परीक्षाफल में धांधली उजागर हुई हैंण् बिहार अपनी शिक्षा एवं शिक्षा नीतियों के लिए हमेशा से विश्वभर में प्रसिद्ध एवं अनोखा रहा है।
कभी यह नालन्दा-विक्रमशिला जैसे शिक्षा केंद्रों के लिए विश्वविख्यात रहा और आज टॉपर घोटाला, इंटरमीडिएट परीक्षा परिणामों में बड़े पैमाने पर हुई धांधली को लेकर कुख्यात है। उन्होंने बिहार बोर्ड के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करते हुए कहाए बिहार बोर्ड के इंटर साइंस के रिजल्ट में भरी गड़बड़ी हुई है, जिस बच्चे ने मैथमेटिक्स की परीक्षा दीए उसका रिजल्ट बायोलोजी का आया,
जिसने बायो की परीक्षा दीए उसका रिजल्ट मैथमेटिक्स का आया हैं। आईआईटी जेईई में सफलता का परचम लहराने वाले छात्र-छात्राएं बिहार इंटर के रिजल्ट में फैल हो जा रहे है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के नाकारेपन का हाल ये है, गोपालगंज के एस एस बालिका इंटर स्कुल के स्ट्रोंग रूम से मैट्रिक के करीब 42 हजार विभिन्न विषय के 213 बंडल मूल्यांकित विद्यार्थियों की आंसरशीट गायब हो गई।
इस घटना से बिहार बोर्ड की कार्यशैली पर तो सवाल उठ ही रहे हैं। बिहार के स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी प्रश्नचिन्ह लग गया है। प्रेस वार्ता में प्रदेश प्रवक्ता अमर यादव, रीना श्रीवास्तव, मीडिया प्रभारी बबलू प्रकाश, कार्यालय सचिव श्रीवत्स पुरुषोत्तम, संगठन प्रभारी राकेश यादव, अंगेश सिंह, अमित सिंह, महिला मोर्चा अध्यक्षा उमा दफ़्तुआर, पटना जिला अध्यक्ष मनोज कुमार आदि मौजूद थे।
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