भोपाल : मध्यप्रदेश विधानसभा में आपातकाल की बरसी पर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जिक्र आने और इस मुद्दे को लेकर मचे जोरदार हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी। इस वजह से प्रश्नकाल भी नहीं हो सका। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम का जिक्र करते हुए कहा कि आज ही के दिन देश में आपातकाल लगाया गया था। उनकी टिप्पणी पर कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया।
सरकार की ओर से मंत्री भूपेंद्र सिंह, उमाशंकर गुप्ता, लाल सिंह आर्य और विश्वास सारंग ने आपातकाल के लिए कांग्रेस सदस्यों को निशाना बनाते हुए उनसे माफी मांगने की मांग की। लगातार हंगामे और आरोप प्रत्यारोप के दौरान श्री मिश्रा की कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियों को अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा ने कार्यवाही से विलोपित करा दिया। इसी बीच कांग्रेस सदस्यों ने आसंदी के पास पहुंच कर नारेबात्री शुरू कर दी।
मंत्री श्री मिश्रा ने कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ से जुड़े नारे लगाते हुए उन्हें भी निशाना बनाया। भारी शोर मचने के बीच अध्यक्ष डॉ. शर्मा ने सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी। सदन के समवेत होते ही मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि सत्तारूढ़ दल प्रश्नकाल चलने देना चाहता है, लेकिन उनकी बातें सदन की कार्यवाही में दर्ज होना चाहिए। इस पर विपक्षी विधायकों ने भी भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए नारेबात्री दोबारा शुरू कर दी।
सरकार के मंत्री इस दौरान देश में आपातकाल लगाने के लिए कांग्रेस से माफी मांगने की मांग पर अड़े रहे। हंगामा जारी रहने के बीच अध्यक्ष डॉ. शर्मा ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी। विधानसभा का मानसून सत्र कल शुरू हुआ है। औपचारिक तौर पर सदन की पांच बैठकें प्रस्तावित हैं।
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