पटना : कृषि मंत्री डा. प्रेम कुमार ने कहा कि राज्य के किसानों द्वारा आधुनिक सूचना तकनीक के उपयोग करने से उनकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। कृषि क्षेत्र में उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि करने के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण महत्त्वपूर्ण है। इस क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी की अहम् भूमिका है। इसके उपयोग से विभिन्न कृषि कार्यों को जल्दी एवं आसानी से किया जा सकता है।
हमारी सरकार इसके लिए किसानों को जागरूक करेगी तथा उनके लिए हरसम्भव सहायता करेगी। सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से किसानों को मौसम पूर्वानुमान से अवगत कराया जाएगा। साथ ही, फसलों पर संभावित कीट व्याधियों एवं रोगों के बारे में भी पूर्व चेतावनी दी जाएगी।
कृषि विभाग द्वारा किसानों के हित में चलाई जा रही योजनाओं का लाभ लेने के लिए किसान ऑन-लाईन आवेदन करेंगे एवं उन्हें अनुदान का भुगतान भी ऑन-लाईन उनके खाते में किया जाएगा। कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि प्रसार की पांचवी पीढ़ी में किसानों तक कृषि सूचनाओं को त्वरित रूप से पहुंचाने में आधुनिक सूचना तकनीक का उपयोग काफी बढ़ा है।
कृषि विभाग द्वारा विभागीय योजनाओं का लाभ लेने हेतु किसानों का ऑन-लाईन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की गई है। आधुनिक सूचना तकनीक में किसान कॉल सेन्टर के माध्यम से टॉल फ्री नं.-18001801551 पर कृषि विशेषज्ञों द्वारा किसानों कोफसलों के बुआई से लेकर कटाई तक की जानकारी दी जा रही है।
आधुनिक सूचना तकनीक को सुदृढ़ करने के लिए कृषि विभाग द्वारा राष्ट्रीय ई-गर्वनेंस परियोजना (कृषि) के अंतर्गत प्रमण्डल स्तर पर कम्प्यूटर प्रशिक्षण प्रयोगशाला की स्थापना की गई है, जिनमें सभी स्तर के पदाधिकारियों एवं प्रसार कार्यकत्ताओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
प्रखंड स्तर अवस्थित 339 ई-किसान भवन पर कम्प्यूटर तथा इससे संबंधित उपस्कर उपलब्ध कराया गया है, जहां किसान उन सभी योजनाओं जिसमें ऑन-लाईल के माध्यम से आवेदन करना है, में इसका उपयोग कर सकते है। शेष प्रखण्डों में स्थित ईं-किसान भवनों में कम्प्यूटर तथा इससे संबंधित उपस्कर लगाने का कार्य प्रगति पर है।
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