भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नईगढ़ी सिंचाई परियोजना से उन क्षेत्रों में भी पानी पहुंचेगा जहां अब तक सिंचाई की सुविधा नहीं है। अनाज उत्पादन में अब विन्ध्य का किसान पंजाब और हरियाणा को भी पीछे छोड़ देगा। यह बात मुख्यमंत्री चौहान ने रीवा जिले के रघुराजगढ़ में तेंदूपत्ता संग्राहक सम्मेलन तथा असंगठित मजदूर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही।
समारोह में उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी उपस्थित थे। इस दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने 6.77 करोड़ की लागत से बन रही नईगढ़ी उद्वहन सिंचाई परियोजना की आधारशिला रखी। इससे 633 गांवों की 50 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि समर्थन मूल्य पर चना, सरसों तथा मसूर की खरीद अब 31 मई से बढ़ाकर 9 जून तक की जायेगी।
यदि आवश्यक हुआ तो गेंहू खरीदी की समय-सीमा भी बढ़ाई जायेगी। समर्थन मूल्य पर अनाज देने वाले किसानों को 10 जून को मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना की प्रोत्साहन राशि का वितरण किया जायेगा। सभी पात्र वनवासियों को भू-अधिकार पत्र दिये जायेंगे।
उन्होंने बताया कि रीवा जिले में असंगठित क्षेत्र के 5 लाख से अधिक मजदूरों का पंजीयन किया गया है। इन सभी मजदूरों को 13 जून को होने वाले समारोह में हितलाभों का वितरण किया जायेगा। उन्होंने बताया कि यह योजना देश की सबसे बड़ी सामाजिक सुरक्षा योजना है। इसके तहत 2.5 एकड़ तक भूमि वाले किसानों, मजदूरों, स्व-सहायता समूहों में कार्य करने वालों तथा छोटे-मोटे व्यवसाय करने वालों को लाभान्वित किया जा रहा है।
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