रायपुर : चुनावी वर्ष का लोक सुराज खत्म होने के बाद सीएम रमन सिंह ने फिर से चौथी पारी को लेकर दावे किए। उन्होंने संकेत दिए कि चुनाव आचार संहिता प्रभावी होने से पहले तक की कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। इस अवधि में सभी अधूरे कार्यों को अमलीजामा पहना लिया जाएगा।
सरकार के कामकाज की परीक्षा नवंबर माह में होगी। बीते चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि उस दौरान वे परीक्षा में सेकंड आए थे। इस बार फर्स्ट डिवीजन से पास होंगे। वहीं आगामी चार माह में सभी खामियों को पूरी तरह खत्म कर देंगे। हालांकि सीएम ने दावा किया कि तीन बार की सत्ता के बावजूद प्रदेश में एंटी इंकमबेंसी फैक्टर नहीं है। कामकाज के चलते लोग खुश हैं। वहीं जन शिकायतों में भी इस बार 19 फीसदी की कमी आई है।
वहीं मांग भी करीब छह फीसदी बढ़ गई है। डिमांड का बढऩा ही विकास को दर्शाता है। वहीं यह पार्टी और सरकार के लिए सकारात्मक संकेत है। उन्होंने कहा कि बीते चुनाव में 49 विधायक भाजपा के जीतकर आए थे। यह सेकंड डिवीजन था। इस बार हाईकमान के लक्ष्य के अनुरूप 65 सीटें लेकर फर्स्ट डिवीजन पाएंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी स्वीकार किया कि योजनाओं के क्रियान्वयन में कई जिले काफी पीछे और कमजोर हैं।
समीक्षा के दौरान सुराज में यह उन्होंने महसूस किया है। आगामी तय समय सीमा में इन खामियों को दूर कर इसे भी दुरूस्त कर लिया जाएगा। हालांकि इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर तंज कसना भी नहीं भूले। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी द्वारा सीएम के साथ मंच साझा नहीं करने के ऐलान पर कहा कि मंच साझा नहीं करना भी एक तरह से खुद को विकास से अलग करने जैसा है। विपक्ष के कई विधायकों ने उनके साथ सुराज के दौरान मंच साझा किए हैं। विपक्ष के आरोपों पर तंज कसे कि विपक्ष केवल सोशल मीडिया में ही सक्रिय है। उनका विकास और जनता से कोई लेना देना नहीं है।
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