लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

लोकसभा चुनाव पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

गीता के माता-पिता की गुत्थी और उलझी

NULL

इंदौर: बहुचर्चित घटनाक्रम में पाकिस्तान से वर्ष 2015 में भारत लौटी गीता पर झारखंड के एक परिवार के दावे की पहेली उसके डीएनए नमूने लिये जाने के महीने भर बाद भी नहीं सुलझ सकी है।  इस बीच, अलग-अलग राज्यों के दो नये परिवारों ने मूक-बधिर युवती को अपनी लापता बेटी बताया है।

सरकारी विज्ञप्ति में आज बताया गया कि गीता को महाराष्ट्र के अहमद नगर जिले के जयसिंह कराभरी इथापे और झारखंड के जामताड़ जिले के सोखा किशकू के परिवारों से जिलाधिकारी कार्यालय में 11 दिसम्बर को मिलवाया जायेगा। दोनों परिवारों का दावा है कि यह लड़की कोई और नहीं, बल्कि उनकी खोयी बेटी है।

विज्ञप्ति के मुताबिक गीता से दोनों परिवारों की मुलाकात कराये जाने के बाद जरूरत पड़ने पर उनके डीएनए नमूने भी लिये जायेंगे।  इन नमूनों को गीता के डीएनए नमूने से मिलान के लिये सीबीआई की नयी दिल्ली स्थित केंद्रीय अपराध विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) भेजा जा सकता है। अब तक देश के अलग-अलग इलाकों के कम से कम 10 परिवार गीता को अपनी लापता बेटी बता चुके हैं।

सरकार की जांच में इनमें से किसी भी परिवार का दावा फिलहाल साबित नहीं हो सका है।  ऐसे ही एक दावे को परखे जाने की कवायद के तहत गीता को झारखण्ड के गढ़वा जिले के विजय राम और उनकी पत्नी माला देवी से यहां 27 अक्तूबर को मिलवाया गया था। लेकिन मूक-बधिर युवती ने इन्हें पहचानने से कथित तौर पर इंकार कर दिया था।

हालांकि, प्रशासन ने इस दम्पति के डीएनए नमूने लिये थे और इन्हें जांच के लिये नयी दिल्ली स्थित सीएफएसएल भेज दिया था। प्रभारी जिलाधिकारी रुचिका चौहान ने बताया, गीता पर दावे के मामले में हमें विजय राम और माला देवी के डीएनए नमूनों की जांच रिपोर्ट अब तक नहीं मिली है। हम यह रिपोर्ट हासिल करने के लिये सीएफएसएल अफसरों के सतत संपर्क में हैं। गीता गलती से सीमा लांघने के कारण दशक भर पहले पाकिस्तान पहुंच गयी थी।

भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के विशेष प्रयासों के कारण गीता 26 अक्तूबर 2015 को स्वदेश लौटी थी। इसके अगले ही दिन उसे इंदौर में मूक-बधिरों के लिए चलायी जा रही गैर सरकारी संस्था के आवासीय परिसर भेज दिया गया था। तब से वह इसी परिसर में रह रही है। सुषमा ने एक अक्तूबर को प्रसारित वीडियो सन्देश में देशवासियों से भावुक अपील की थी कि वे गीता के माता-पिता की तलाश में सरकार की मदद करें। उन्होंने यह घोषणा भी की थी कि इस मूक-बधिर युवती को उसके बिछड़ माता-पिता से मिलवाने में सहयोग करने वाले व्यक्ति को एक लाख रुपये का इनाम दिया जायेगा।अधिक लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक  करें.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

17 − eight =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।