गुजरात विधानसभा चुनाव में दूसरे चरण की वोटिंग से पहले मोदी सरकार के लिए एक खुशखबरी की खबर आई है। जहां विपक्ष नोटबंदी और जीएसटी के बाद विकास दर को लेकर मोदी सरकार पर आए दिन हल्ला बोल रहे है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास को सकारात्मक बताया है। ऐसे में यह खबर भाजपा सरकार के लिए राहत की खबर है।
यूएन ने साल 2018 में भारत की विकास दर 7.2 और 2019 में 7.4 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। दरअसल, यूएन ने दुनिया की अर्थव्यवस्था पर रिपोर्ट जारी की है और इसी रिपोर्ट में कहा गया है कि जबर्दस्त निजी उपभोग, सार्वजनिक निवेश और संरचनात्मक सुधारों के कारण साल 2018 में भारत की विकास दर वर्तमान के 6.7 फीसदी से बढ़कर 7.2 फीसदी हो जाएगी और ये विकास दर साल 2019 में 7.4 फीसदी तक पहुंचेगी। वहीं संयुक्त राष्ट्र ने साल 2018 में हिंदुस्तान का राजकोषीय घाटा 3.2 तक सीमटने का आंकलन किया है।
‘वर्ल्ड इकोनोमिक सिचुएशन एंड प्रोस्पेक्ट 2018’ रिपोर्ट जारी करते हुए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक मामलों के विभाग (यूएन डीईएसए) ने कहा है कि कुलमिला कर दक्षिण एशिया के लिए आर्थिक परिदृश्य बहुत अनुकूल नजर आ रहा है और उल्लेखनीय मध्यम अवधि की चुनौतियों के बावजूद अल्पावधि के लिए स्थिर है। रिपोर्ट में कहा गया है कि निजी खपत और व्यापक आर्थिक नीतियों से मजबूती मिलने के कारण दक्षिण एशिया में आर्थिक परिदृश्य अब भी बहुत स्थिर और अनुकूल है।
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