दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल ने गुजरात के पारसी परिवार में पैदा हुई और पद्म विभूषण से सम्मानित भारत की पहली महिला फोटो जनर्लिस्ट होमी व्यारवाला को डूडल बनाकर श्रद्धांजलि दी है।
गूगल ने श्रीमती व्यारावाल्ला की 104वीं जयंती पर उनका श्वेत -श्याम स्केच बनाया है जिसमें उन्हें आम लोगों के बीच फोटो खींचते हुए दिखाया गया है।
वर्ष 1938 से 1970 के दौरान फोटो पत्रकारिता से दुनिया में अपनी खास पहचान बनाने वाली श्रीमती व्यारावाल्ला ने कई नायाब तस्वीरें खींचीं जिनमें आजादी के बाद लाल किले में पहले तिरंगे को फहराये जाने,महात्मा गांधी के निधन और प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा सफेद कबूतरों को छोड़ जाने जैसे ऐतिहासिक क्षणों को उन्होंने कैमरे में कैद किया है। पंडित नेहरू उनके पसंदीदा थे और उन्होंने उनकी अनेक फोटो खींची हैं।
वर्ष 1911 में उन्हें देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने उन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से भी सम्मानित किया था।
व्यारावाल्ला की फोटो उनके नाम की जगह ‘ डाल्डा 13 ’ से प्रकाशित होती थीं। दरअसल उनका जन्म 1913 में हुआ था और वह 13 वर्ष की आयु में ही अपने भावी पति से मिली थीं तथा उनकी पहली कार की पंजीकरण संख्या (डीएलडी 13 ) थी।
गुजरात के नवसारी में मध्यमवर्गीय पारसी परिवार में जन्मी जर्नलिस्ट ने मुंबई के जे जे स्कूल आफ आर्ट्स से कला में डिप्लोमा किया था। उन्होंने ब्रिटिश सूचना सेवा और द इल्स्ट्रेटेड वीकली ऑफ पत्रिका के लिए काम किया था।
उन्होंने द टाइम्स आफ इंडिया के फोटो पत्रकार मनेक्शां व्यारावाल्ला से फोटोग्राफी सीखी और 1941 में उनके साथ विवाह सूत्र में बंध गयीं। वर्ष 1969 में पति के निधन के बाद उन्होंने फोटोग्राफी की दुनिया को अलविदा कह दिया था। पन्द्रह जनवरी 1912 को 98 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया था।
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