नयी दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने आज कहा कि गुजरात चुनाव के नतीजों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को यह भरोसा दिलाया है कि भाजपा को हराया जा सकता है। उन्होंने विश्वास जताया कि पार्टी राहुल गांधी के नेतृत्व में 2019 का आम चुनाव जीतेगी। पटेल ने पिछले साल कड़े मुकाबले में गुजरात से राज्यसभा का चुनाव जीता था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गृह राज्य में चुनाव नतीजा कांग्रेस की ‘नैतिक जीत’ है। जो पार्टी 150 सीटों की बात कर रही थी, उसे 100 सीटों के भीतर समेट दिया गया। पटेल ने पीटीआई भाषा को दिये साक्षात्कार में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कई सभाओं को संबोधित किया और पाकिस्तान का नाम इस्तेमाल करने के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाये…यहां तक कहा गया कि पाकिस्तान में कोई चाहता है कि मैं मुख्यमंत्री बनूं, किंतु मतदाताओं का ध्रुवीकरण नहीं हो सका।’’
अड़सठ वर्षीय नेता ने कहा, ‘‘गुजरात चुनाव नतीजों ने न केवल गुजरात बल्कि भारत भर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया है और यह विश्वास दिलाया है कि भाजपा को हराया जा सकता है।’’ उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के नतीजे निश्चित तौर पर 2019 के चुनाव पर असर डालेंगे। पटेल ने कहा, ‘‘गुजरात में जिस तरह से राहुल ने प्रचार किया, जिस तरह से उन्होंने कठिन मेहनत की और भाड़ी भीड़ को आकर्षित किया, वह बहुत उत्साहजनक है तथा उससे अंतत: हमें सीटें जीतने में मदद मिली।’’ गुजरात विधानसभा की 182 सीटों के लिए हुए चुनाव में भाजपा को 99 सीटें मिली जबकि पिछले चुनाव में उसे 155 सीटें मिली थीं। पटेल ने दावा किया कि यदि भाजपा ने ‘अपने हथकंडे नहीं अपनाये होते’ तो वह गुजरात में हार जाती।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की स्थिति निरंतर बेहतर हो रही है और इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों में वह अच्छा प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा कि ‘युवा एवं जीवंत’ पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में 2019 चुनाव में कांग्रेस जीतेगी। यह पूछे जाने पर कि क्या राहुल नयी टीम बनायेंगे, पटेल ने कहा, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष वरिष्ठों के साथ विचार विमर्श कर रहे हैं, वह युवाओं को भी साथ लेकर चल रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उनके (राहुल के) पास सभी के लिए जगह है। उन्हें मालूम है कि किसकी विशेषज्ञता का इस्तेमाल कहां किया जाए।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस 2019 चुनाव के लिए गठबंधन करेगी, पटेल ने कहा कि विभाजनकारी एवं सांप्रदायिक ताकतों को हराना ही परम लक्ष्य है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव के रूप में करीब 15 साल तक पार्टी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके पटेल ने कहा, ‘‘हम समान विचारों वाली पार्टी का सहयोग लेने के लिए तैयार हैं किन्तु गठबंधन की बात करना अभी बहुत जल्दबाजी है। कांग्रेस अध्यक्ष एवं वरिष्ठ नेता बाद में तय करेंगे।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस चुनाव के लिहाज से अपने सबसे खराब दौर से गुजर रही है, पटेल ने कहा, ‘‘जब सोनियाजी ने जिम्मेदारी संभाली थी तो कांग्रेस कुछ ही राज्यों में (सत्ता में) थी। इसी प्रकार राहुल जी के तहत भी हमें और राज्य मिलेंगे। बस समय की बात है।’’ भाजपा द्वारा स्वयं को मुस्लिम महिलाओं की आवाज उठाने वाली और मेहरम मुद्दे पर उन्होंने कहा कि महिलाएं मेहरम (पुरूष अभिभावक) के बिना हज जा सकती हैं क्योंकि सऊदी अरब में नियमों में बदलाव हुआ है। तीन तलाक विधेयक के बारे में उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इसे प्रवर समिति में भेजने को कहा ताकि इसके प्रत्येक प्रावधान की समीक्षा हो सके। यह विधेयक लोकसभा में पारित हो चुका है किंतु राज्यसभा से इसे मंजूरी मिलना बाकी है।
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