करनाल : नगर निगम की बैठक में बजट पेश किया गया जिसमें 179 करोड़ रुपए से अधिक का बजट पास कर दिया गया। आगामी वित वर्ष के लिए अब इन पैसो से विकास कार्य होंगे। लेकिन बैठक में सभी एजैंडो पर सहमति नहीं बनी। क्योंकि पार्षदों का अधिकत्तर समय हंगामे और आरोप के भेंट चढ़ गया। अब फिर से 27 अप्रैल को नगर निगम की बैठक बुलाई गई है। जिसमें सभी 33 मुद्दे रखें जाऐंगे। पार्षदों की सहमति से यह मुद्दे पारित हो पायेंगे। करनाल नगर निगम के पार्षदों का कार्यकाल खत्म हो रहा है। यह उनके कार्यकाल का अंतिम वित्तीय बजट था। इस बजट में 114 करोड़ की आय का अनुमान लगाया गया है। यह आय 2018-19 वर्ष के बीच होगी। इस बैठक की अध्यक्षता निगम की आयुक्त डा. प्रियंका सोनी तथा निगम की मेयर रेनूबाला गुप्ता ने की। नगर निगम के प्रमुख एजैंडे में जी.टी.रोड पर अनुसूचित जाति वर्ग के उम्मीदवारों के लिए पेट्रोल पम्प लगाने के लिए रियायती रेटो पर भूमि अलॉट करने बारे लिखा गया था।
जिसमें गांव कम्बोपुरा, मधुबन चौक शामिल था। एक अन्य प्रस्ताव में जीओ गीता पार्क का नाम जीओ गीता चौक रखने का प्रस्ताव रखा गया था। इसके अलावा गांव दहा में हैफेड के चेयरमैन हरविन्द्र कल्याण की तरफ से एक प्रस्ताव लाया गया था। जिसमें भूमि पर एक कब्जे का जिक्र किया गया था। इसके अलावा स्वच्छ भारत मिशन के तहत नगर में 75 सीमेंट कंकरीट के बने शौचालयों के निर्माण का प्रस्ताव लाया गया था। जिस पर 50 लाख रुपए से अधिक की राशि खर्च होनी है। इसके अलावा करनाल में एक सड़क का नाम स्वतंत्रता सेनानी तथा गांव मदनपुर में स्कूल को तब्दील करने तथा गांव सिरसी में शमशान घाट एवं सामुदायिक केन्द्र का निमार्ण का प्रस्ताव लाया गया था। प्रस्ताव नं. 11 में सैक्टर-6 और वार्ड-7 में सड़कों की मुरम्मत के कार्य पर स्वीकृति दी जानी थी।
इसके अलावा नगर निगम के तहत गांव में कार्यरत सफाई कर्मचारियों को नगर निगम में शामिल किया जाना था। 15 गांव की पंचायते अब नगर निगम में है। इसके अलावा ई.वी.एम मशीन के भंडारण के लिए 1500 वर्ग मीटर भूमि अलॉट किए जाने का प्रस्ताव जिला निर्वाचन अधिकारी की तरफ से आया था। लेकिन यह भी प्रस्ताव लटक गया। इसके अलावा बलड़ी बाईपास पर मौजूद लिबर्टी चौक को विकसित करने का प्रस्ताव भी एजैंडे में शामिल किया गया था। हालांकि 23 पार्षदों में से 21 पार्षद ने इस पर पहले ही सहमति दी हुई है। इसके अलावा गांव फूसगढ़ में राजकीय प्राथमिक पाठशाला को अपगे्रड करने के मामले में प्रस्ताव लाया गया था। नगर में दूध की डेयरियों को शहर से बाहर स्थानातंरण के लिए 8 प्लाट बूथ प्रस्तावित किए जाने थे। जिसमें 5 से 15 पशुओं को रखने वाले 250 वर्ग गज का प्लाट, 16 से 25 पशु रखने वालों के लिए 355 वर्ग गज और 26-50 पशु रखने वाले व्यक्तियों को 500 वर्ग गज का प्लाट देने का प्रावधान रखा गया था। इसके अलावा दूध की डेयरियों को शहर से बाहर स्थानातंरण करने के लिए पूर्व में निकाले गए ड्रा को रद्द करने के लिए आयुक्त की तरफ से एक प्रस्ताव लाया गया था।
हालांकि प्लाटो की अलॉटमैंट को लेकर धरोहर राशि के साथ-साथ करीब 16 शर्ते डेयरी मालिको के साथ की जानी है। जिसमें साफ कहा गया है कि प्लाट को लेने वाला संचालक 10 वर्षो तक प्लाट को नहीं बेच पाएगा। इसके अलावा प्रस्ताव नं. 22 में कल्पना चावला मैडिकल कालेज के साथ लगती सड़क को चौड़ा करने तथा 6 दुकानों को किराये पर दिए जाने का प्रस्ताव भी लाया गया था। इसके अलावा करीब 60 प्लाट नीलामी का मुद्दा भी एजैंडे में शामिल किया गया था। लेकिन इनमें से कोई भी प्रस्ताव पर सहमति नहीं बन पाई। अब आगामी 27 अप्रैल को हाऊस की फिर से बैठक बुलाई गई है। जिसमें ये सभी मुद्दे फिर से रखें जाऐंगे। हाऊस की बैठक में सीनियर डिप्टी मेयर कृष्ण गर्ग, डिप्टी मेयर मनोज वधवा, पार्षद यशपाल मित्तल, बलविन्द्र सिंह, सोनिया पंडित, शीला रानी, सुजाता अरोड़ा, कमलेश लाठर, सुदर्शन कालड़ा, सुदेश गुलाटी, विनोद तितोरिया, अशौक जैन समेत अन्य पार्षद मौजूद रहे।
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– हरीश चावला