चंडीगढ़: हरियाणा के उपभोक्ताओं को बिजली का झटका लग गया है। बिजली 35 पैसे प्रति यूनिट तक महंगी हो गई है। इसके साथ ही इस फैसले का जहां सियासी तौर पर विरोध शुरु हो गया है वहीं बिजली निगमों का दावा है कि इसका असर उपभोक्ताओं पर नहीं पड़ेगा और 250 यूनिट तक कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। बिजली दरों का साल 2017-18 के लिए नया टैरिफ प्लान लागू कर दिया गया। दरें एक जुलाई से लागू मानी जाएंगी। नए टैरिफ के अनुसार घरेलू वर्ग में 2 किलोवॉट कनेक्शन में 0 से 100 यूनिट तक कोई बदलाव नहीं हुआ है लेकिन, 0 से 150 यूनिट तक 4 रुपए 50 पैसे हो गए हैं। साथ ही लोड फैक्टर पहले 120 रुपए प्रति किलोवॉट की जगह अब 125 रुपए प्रति किलोवॉट होगा। इसी तरह 151 से 250 प्रति यूनिट तक 5 रुपए की जगह अब 5 रुपए 25 पैसे हो गए हैं। इसके अलावा 251 से 500 यूनिट तक पहले 6 रुपए 5 पैसे थे, अब 6 रुपए 30 पैसे प्रति यूनिट हो गए हैं। 501 से 800 यूनिट तक अब 6 रुपए 75 पैसे की बजाए 7 रुपए 10 पैसे हो गए हैं।
वहीं 800 यूनिट से ज्यादा होने पर जहां पहले 6 रुपए 75 पैसे की बजाए 7 रुपए 10 पैसे हो गया हैं। एमएमसी चार्ज 120 रुपए से बढ़ाकर 125 हो गया है। इसी तरह कमर्शियल कैटेगरी के लिए 5 किलोवाट लोड पर पर अब मौजूदा 6 रुपए 5 पैसे प्रति यूनिट रेट की बजाए इसे बढ़ाकर 6 रुपए 35 पैसे कर दिया गया है। प्रति मीटर एमएमसी चार्ज 250 रुपए भी लगेगा। 5 किलोवाट से 20 किलोवाट तक मौजूदा 6 रुपए 75 पैसे की बजाए बढ़कर 7 रुपए 5 पैसे हो गया है। एमएमसी चार्ज प्रति किलोवाट 235 रुपए होंगे। 20 किलोवाट से 50 किलोवाट तक 6 रुपए 15 पैसे से बढ़ाकर 6 रुपए 65 पैसे कर दिया है। फिक्स चार्ज 170 से 160 रुपए हो गया है। साथ ही 50 किलोवाट कनेक्शन पर 6 रुपए 30 पैसे प्रति यूनिट की जगह अब 6 रुपए 95 पैसे हो गया है। दूसरी ओर हाईटेंशन लाइन पर चलने वाले कनेक्शन होल्डरों पर अब 6 रुपए 30 रुपए तय कर दिए गए हैं। पब्लिक वॉटर सप्लाई वर्कर्स की दर भी 6 रुपए 90 पैसे से बढ़ाकर 7 रुपए 35 पैसे कर दी गई है। बढ़े रेटों में इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी, म्युनिसिपल चार्ज, एफएसए शामिल नहीं किए गए हैं।
(आहूजा)