करनाल: करनाल को जाम से छुटकारा दिलवाने के लिए पश्चिमी यमुना नहर के साथ लगती लगभग साढ़े 6 किलोमीटर लम्बी और दस मीटर चौड़ी सड़क के चल रहे निर्माण कार्य का वीरवार को उपायुक्त डा०आदित्य दहिया ने निरीक्षण किया और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ओएसीस के नजदीक से कैथल रोड़ तक सड़क का निर्माण कार्य निर्धारित समय के अनुसार पूरा करवाना सुनिश्चित करें। मौके पर उपस्थित विभाग के अधीक्षक अभियन्ता दलेल सिंह दहिया ने डीसी डा०दहिया को बताया कि पश्चिमी यमुना बाईपास का निर्माण कार्य 40 प्रतिशत पूरा हो चुका है तथा यह कार्य दिसम्बर 2017 तक पूरा कर लिया जाएगा।
उपायुक्त ने निर्माण सामग्री की भी जांच की तथा कहा कि बाईपास के निर्माण कार्य में प्रयोग होने वाले सामग्री में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। निर्माण कार्य में सीमेंट, बजरी इत्यादि का निर्धारित मापदंड के अनुसार प्रयोग होना चाहिए। डीसी द्वारा पूछे जाने पर कार्यकारी अभियंता ने बताया कि इसके निर्माण कार्य पर लगभग 57 करोड़ रूपये की धनराशि खर्च होगी। इसी राशि में से लगभग 16 करोड़ रूपये की राशि रेलवे को अंडरपास बनाने के लिए दी गई है और रेलवे द्वारा सुचारू आवगमन के दृष्टिगत साढ़े पांच मीटर उंचाई के दो बॉक्स बनाये जा रहे है।
डीसी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सड़क के साथ लगते नहर की पटरी के आस-पास पौधारोपण भी किया जाए ताकि सड़क और नहर के बीच की जगह को मजबूती प्रदान हो सके और किसी भी प्रकार का भूमि कटाव न हो सके। इस मौके पर ही डीसी ने बताया कि इस सड़क के बनने से शहर के लोगों को यातायात की बेहत्तर सुविधाएं मिल सकेगी और कैथल सड़क मार्ग से अम्बाला की ओर जाने वाले वाहन इसी सड़क से जा सकेंगे और शहर मे जाम की स्थिति नहीं हो पाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़क का निर्माण कार्य में निर्धारित मापदंड की गुणवत्ता के साथ निर्माण सामग्री लगनी चाहिए। इस मौके पर संबंधित विभाग के अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित थे।
– आशुतोष गौतम, महिन्द्र