गुरुग्राम, (एमके अरोड़ा) : राजीव चौक से सोहना चौक आने वाले मार्ग पर पिछले डेढ़ माह से सड़क बना पर गड्ढा वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबव बना हुआ है। राजीव चौक से सोहना चौक आने वाले मार्ग पर रोजाना हजारों वाहनों का आना जाना लगा रहता है। उपरोक्त मार्ग पर मिनी सचिवालय, जिला अदालत तथा अन्य विभागों के कार्यालय होने के अलावा उपरोक्त मार्ग दिल्ली, अलवर, सोहना, बादशाहपुर आदि प्रमुख शहरों को जाने वाला शहर का व्यस्त मार्ग है।
पिछले करीब 20 दिन पूर्व अचानक सड़क पर काफी गहरा गड्ढा हो गया था, जिसको पंजाब केसरी समाचार पत्र ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। समाचार छपने के बाद दूसरे दिन उपरोक्त गड्ढे के आस-पास कुछ मिट्टी डालकर जिला प्रशासन ने खानापूर्ति कर दी थी, लेकिन अभी तक इस गड्ढे को पूरा न भरने के कारण आए दिन दुर्घटनाएं होने की संभावना बनी रहती है। हालांकि नगर निगम, हुडा एवं पीडब्ल्यूडी विभाग शहर के लोगों को गड्ढा मुक्त व बेहतर सुविधाएं देने का वायदा करते रहते हैं।
वाहन चालक अशोक सरदाना, एफसीआई मैंबर डा. दुर्गेश चुघ, समाजसेवी संजय धींगड़ा, दिनेश बजाज, बंसीलाल हसीजा आदि लोगों ने कहा कि प्रदेश में सबसे अधिक रेवेन्यू देने के बावजूद अभी तक शहर की गली-मौहल्लों की सड़कें तो क्या प्रमुख सड़कों पर गहरे गड्ढे होने के कारण वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि थोड़ी बरसात होते ही उपरोक्त गड्ढे में पानी भरने के बाद कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है।
उन्होंने कहा कि गुडग़ांव का महत्व प्रदेश में ही नहीं, अपितु विदेशा में भी गुडग़ांव ने अपनी पहचान बनाई हुई है। इतना सबकुछ होने के बावजूद भी सरकार व प्रशासन गुडग़ांववासियों को आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। जो सुविधाएं दी भी जा रही हैं, उनके प्रति जिला प्रशासन गंभीर दिखाई नहीं दे रहा है। ओल्ड गुडग़ांव की हालत तो और भी अधिक खराब है। सड़कों पर करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं, लेकिन ये सड़कें कुछ समय बाद ही दम तोड़ती दिखाई देती हैं।
क्योंकि इनमें निश्चित मानकों का पालन नहीं किया जाता। सड़क धंसने की सूचना प्रशासनिक अधिकारियों को भी मिल चुकी है, लेकिन उन्होंने इस पर कोई कार्यवाही नहीं की है। शायद प्रशासन किसी बड़ी दुर्घटना घटित हो जाने की प्रतिक्षा कर रहा है, तभी तो गड्ढा भरने का कार्य शुरु नहीं किया जा सका। प्रशासन को इस प्रकार की समस्या का समाधान प्राथमिकता के आधार पर करना चाहिए और सड़क के धंसने के मामले की भी जांच की जानी चाहिए।
सुपरिडेंट इंजीनियर एलडी वशिष्ठ से करीब एक सप्ताह पूर्व संपर्क करने के बाद उन्होंने लोकेशन बताने के बारे में आग्रह किया था। पत्रकार द्वारा उन्हें लोकेशन से अवगत कराने के बाद उपरोक्त गड्ढे पर मिट्टी डालकर खानापूर्ति कर दी गई है। शहर के प्रबुद्ध लोगों के अनुसार हल्की बरसात के दौरान फिर से गड्ढे में भरी गई मिट्टी धंसने के बाद कोई बड़ा हादासा हो सकता है। इस संदर्भ में बुधवार को फिर से सुपरिडेंट इंजीनियर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्होंने एक्सईएन की ड्यूटी लगा दी है, ताकि कोई बड़ा हादसा न हो सके।