कैथल : पिछले कई दिनों से बड़ी सरकार और छोटी सरकार के बीच जारी घमासान अब थम चुका है। ई-पंचायत समेत कई मुद्दों को लेकर धरने पर बैठे सरपंच व ग्राम सचिवों ने सरकार से मिले आश्वासन के बाद अपना धरना प्रदर्शन स्थगित कर दिया। पंचायत भवन में जिले के सरपंचों के धरने को संबोधित करते हुए जिला सरपंच एसोसिएशन प्रधान गज्जन सिंह गोविंदपुरा ने कहा कि सरपंच व ग्राम सचिवों ने सरकार के आश्वासन के बाद सिर्फ धरना स्थगित किया है। अगर सरकार के आश्वासन 1 मई तक सिर्फ आश्वासन ही बनकर रहते हैं तो वह फिर से धरने पर बैठेंगे और तब लड़ाई आरपार की ही होगी।
गोविंदपुरा ने कहा कि सरपंच व ग्राम सचिवों की सभी मांगों को लेकर कल चंडीगढ़ पंचायत भवन में सीएम मनोहर लाल व ओपी धनखड़ समेत पंचायत विभाग के सभी आला अधिकारियों से सकारात्मक माहौल में चर्चा हुई। जिसमें उन्होंने सरपंचों के सम्मान को लेकर खेद जताया। सीएम के बुलावे पर चंडीगढ़ पहुंचे सरपंच व ग्राम सचिवों के प्रतिनिधियों को सरकार ने आश्वासन दिया है कि वह सभी बिंदुओं पर चर्चा करेंगे और जहां पर भी खामियां होंगी। उन्हें दुरुस्त किया जाएगा। सरपंच व ग्राम सचिवों की जो भी मांगे रखी गई हैं। उन सभी मांगों पर विचार होगा और जो भी मांगे संभव होंगी, उन्हें माना जाएगा।
उन्होंने सभी सरपंचों व ग्राम सचिवों का एकता बनाए रखने के लिए धन्यवाद किया। जिला ग्राम सचिव एसोसिएशन प्रधान विकास शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा जिन 9 ग्राम सचिवों को सस्पेंड किया गया था सबसे पहले सरकार तुरंत प्रभाव से उन्हें बहाल करे। सरकार ने ग्राम सचिवों की मांगों को लेकर आश्वासन दिया है कि उन सभी मांगों पर विचार किया जाएगा। जिला सरपंच एसोसिएशन उपप्रधान तिरलोचन सिंह विर्क ने कहा कि सरकार ने उनकी मांगें माने जाने का आश्वासन दिया है जिसके चलते सरपंच व ग्राम सचिव 1 मई तक धरना स्थगित कर रहे हैं।
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