कैथल: हरियाणा के किसानों के प्रति भाजपा सरकार की नीति और नियत में फर्क है यह शब्द आज लघु सचिवालय कैथल में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी इन्द्र ने कहे । स्वामी इन्द्र ने कहा कि आज हरियाणा का किसान हरियाणा प्रदेश की सरकार की गंदी नीति और नियत के बोझ के तले दबने के कारण अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहा है। क्योंकि सत्ता में आने से पहले भाजपा सरकार ने हरियाणा में स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू करने और फसल की लागत पर 50 प्रतिशत मुनाफा देने का वायदा किया जो सत्ता मिलने के बाद वर्तमान की भाजपा सरकार में हवा हवाई हो गया । आज अपने हकों को मांगने के लिए किसान सड़कों पर आने को मजबूर है। जिससे केन्द्र व प्रदेश की भाजपा सरकार का किसान विरोधी चेहरा बेनकाब हुआ है।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बलविंद्र बाजवा ,प्रदेशाध्यक्ष शमशेर सिंह दहिया और महिला भारतीय किसान यूनियन की प्रदेशाध्यक्ष शालिनी मेहता ने इस किसान कर्जा मुुक्ति यात्रा के शुभारंभ की जानकारी देते हुए कहा कि भारतीय किसान यूनियन(अम्बावत) की कर्जा मुक्ति यात्रा 28 जुलाई से फरीदाबाद सेक्टर 19 के कम्यूनिटी हॉल से शुरू हुई जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषिपाल अम्बावत ने हरी झण्डी दिखाकर भाकियू के पदाधिकारियों की रवानगी की। फरीदाबाद से होते हुए यह यात्रा आज कैथल से होते हुए 6 अगस्त को मुख्यमंत्री के आवास पर मांग पत्र सौंपेगी। इसके साथ ही सरकार से किसानों की मांग करते हुए कहा कि समस्त हरियाणा प्रदेश के किसानों का कर्जा माफ हो, हर प्रकार की फसलों पर लागत का 50 प्रतिशत मुनाफा दिया जाए, भूमि अधिग्रहण अधिनियम 1 जनवरी 2014 के सेक्शन 24/2 के तहत सभी किसानों की अधिग्रहीत ज़मीन दोबारा रिवैन्यू रिकॉर्ड में दर्ज की जाए और डॉ एकड़ या दो एकड़ से कम के किसानों को बीपीएल की श्रेणी में लाया जाए क्योंकि 2 एकड़ से नीचे का किसान गरीबी रेखा से नीचे आ चुके हैं।
हम हरियाणा प्रदेश की सरकार को सचेत के साथ साथ आगाह भी करना चाहते हैं कि अगर सरकार हमारी माँगो को पूरा नही करती तो हरियाणा प्रदेश के सभी 6 किसान संगठनो के साथ मिलकर हरियाणा भर में 9 अगस्त से 15 अगस्त तक जेल भरो आंदोलन भरा जायेगा । इसके बाद सभी पदाधिकारियों और किसानों ने राष्ट्रपति के नाम एडीसी को मुख्य मांगो को लेकर ज्ञापन सौंपा । इस अवसर पर राजेश जागलान,सतबीर भाणा,नफे सिंह,अत्तर सिंह ,धर्मेंद्र ,र ामसिंह ,देवेन्द्र मट्टू, रणवीर सरपंच,बलबीर गुर्जर ,कुलदीप धारीवाल, दलेल, नाथाराम, गुरदेव, बदन सिंह, अनिल, रामसरुप नैन, रामनिवास दिल्लोंवाली, शमशेर कुन्डू, शमशेर सजूमा, कुलदीप , राजकुमार व राजेन्द्र शर्मा बलवन्ती आदि साथी मौजूद रहे ।
(मनोज वर्मा)