चंडीगढ़ : हरियाणा के वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु का फरवरी 2016 में रोहतक हिंसा, आगजनी और लूट मामले में सीबीआई की चार्जशीट पर बयान देते हुए कहा कि मामले में सीबीआई की चार्जशीट की जो खबरें छपी हैं, उससे साफ हुआ है ये दंगे सुनियोजित तरीके से हुए थे। कैप्टन कहा कि समाचार पत्रों में चार्जशीट से जुड़ी खबरों से पता लगा है कि ये एक राजनीतिक दल की साजिश थी।
इसके अतिरिक्त, चार्जशीट में सामने आया है कि सत्ता पलटने और कुर्सी जाने की वजह से ही ये सभी घटनाएं हुई थीं। उन्होंने कहा कि चार्जशीट में सामने आए नामों के व्यक्ति सीधे तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से जुड़े लोग हैं। कैप्टन ने कहा कि चार्जशीट में बातें पढ़कर रोंगटे खड़े हो जाते हैं कि हजारों लोगों की दुकान व मकान जलाए गए, 32 लोगों की मौत हुई, साथ ही मेरे परिवार को जान से मारने की कोशिश की गई।
उन्होंने कहा कि आरक्षण आंदोलन से जुड़े लोगों का इस हिंसा से कोई लेना देना नहीं है, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री श्री हुड्डा और उनसे जुड़े लोग इसके सीधे तौर पर जिम्मेवार हैं। कैप्टन ने कहा कि आगजनी और लूटपाट के लिए आपराधिक तत्वों ने कुकृत्य किया, जिसकी बदनामी समाज को झेलनी पड़ी। लेकिन इसके जिम्मेवार वे राजनीतिक लोग हैं, जिनके स्वार्थ जुड़े हुए थे। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा के करीबी कृष्णमूर्ति हुड्डा के बेटे गौरव हुड्डा, अशोक बल्हारा समेत तमाम लोग शामिल है और हिंसा सुनियोजित तरीके से की गई थी।
कैप्टन ने कहा कि मैं इस मामले में किसी द्वेष भावना से नहीं बल्कि समाज के भाईचारे को तोड़ने वालों का सच युवा पीढ़ी और सभी के सामने आना चाहिए इससे समाज और भाईचारे को मजबूती मिलेगी। कैप्टन ने कहा मेरा आवास और परिवार पहले से ही निशाने पर था, चूंकि चार्जशीट में ऑडियो टेप में इसका जिक्र हुआ है और जब किसी तरह की कोई हिंसा भी नहीं थी, उसके बावजूद पहले से ही स्क्रिप्ट तैयार की जा चुकी थी।
(आहूजा)