सोहना : यहां पर बीती देर रात एक टाटा-407 टैंपो में गौकशी के लिए गाय भरकर ले जा रहे गौ तस्करों को पुलिस ने घेर लिया। अपने को पुलिस से घिरा देख गायों के ऊपर बैठे गौ तस्करों ने पुलिस पर पत्थरों की बौछार कर पथराव शुरू कर दिया लेकिन जब पुलिस ने सोहना गौरक्षा दल और बजरंग के साथ मिलकर घेराबंदी करते हुए गौ तस्करों को पकडऩे का प्रयास किया तो गौ तस्करों ने पुलिस पर फायरिंग झोक दी। फायरिंग में गौरक्षा में लगे 2 जवान चोटिल हुए है। पुलिस की घेराबंदी में अपने को फंसे देख घबराए गौ तस्कर गायों से भरा टाटा टैंपो छोड़ अपनी जान बचा जैसे-तैसे भागने में कामयाब रहे है जबकि एक गौ तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। जिसकी पहचान आजाद उर्फ टिमानी पुत्र इस्सर गांव बीबीपुर, थाना नूंह, मेवात के रूप में हुई है।
गौ तस्करी और गौकशी के धंधे में टिमानी का बड़ा नाम है और इस पर विभिन्न पुलिस थानों करीब दर्जन भर से ज्यादा मामले विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत दर्ज है। फरीदाबाद, नूंह, पलवल की पुलिस टिमानी की खोज में लगी थी लेकिन टिमानी गौ तस्करी के धंधे को अंजाम देने के बावजूद पुलिस के हाथ नही लग पा रहा था। टिमानी की गिरफ्तारी को पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है और जैसे ही पुलिस महकमे में टिमानी के पकड़े जाने की खबर फैली तो विभिन्न पुलिस थानों से पुलिस की स्पेशल गौरक्षा टीम के पास अपराधी को अपने थाने में दर्ज मामले में पूछताछ के लिए लाने हेतू फोन खड़कने शुरू हो गए। पुलिस ने टाटा टैंपो से कई कटटों में भरे नुकील पत्थर और मिर्ची पाउडर से भरे कई पैकिट लाल मिर्च के बरामद किए है। पुलिस का कहना है कि भागे गौ तस्कर की पहचान हो गई है। जिनके नाम तालीम पुत्र सलीम निवासी गांव टाई, थाना नूंह, जबदी पुत्र कल्लू निवासी गांव धौज, थाना सेक्टर-55 फरीदाबाद, काला पुत्र इस्लाम गांव कोट, थाना बहीन, जिला पलवल और युनूस उर्फ बद्री पुत्र सहाबु निवासी गांव टाई, थाना नूंह ज्ञात हुए है।
जिस गाड़ी में गौधन को गौ तस्करी कर गौकशी के लिए ले जा जा रहा था, वह गाड़ी भी गांव टाई के रहने वाले युनूस की बताई गई है। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में पुलिस पर जानलेवा हमला बोलने, हत्या का प्रयास करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने, अवैध रूप से हथियार रखने समेत भादस की विभिन्न आपराधिक धाराओं 307, 279, 336, 186, 332, 120बी, 25/54/59 आम्र्स एक्ट तथा गौ संवर्धन एवं गौ संरक्षण कानून के तहत 5/13(2), 17, एसजीएस एक्ट तथा 11/59/60 एसी एक्ट के अंतर्गत उपरोक्त पांचों गौ तस्करों के खिलाफ नामजद मुकदमा पुलिस ने दर्ज कर लिया है। गौ तस्करों के पुलिस पर फायरिंग झोकने और 2 जवानों के घायल होने तथा इलाके के लोगों के बार-बार गौकशी और गौ तस्करी में संलिप्त लोगों के खिलाफ पंचायत जोडऩे व इस धंधे से जुड़े लोगों के खिलाफ सामाजिक तौर पर 51 हजार रुपए का आर्थिक दंड लगाए जाने के लिए गए निर्णय और प्रदेश में गौ तस्करी और गौकशी के खिलाफ कड़ा कानून बनने के बावजूद इलाके में आए दिन कभी किसी जगह तो कभी किसी जगह गौधन को पकड़े जाने से जाहिर है कि चंद गौ तस्कर कम समय में करोड़पति बनने की चाहत में गौ तस्करी व गौकशी जैसे घृणित कार्य से बाज नही आ रहे है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती रात हरियाणा पुलिस में गौरक्षा के लिए बनाई गई पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स में कार्यरत सब इंस्पेक्टर बलबीर सिंह व सहायक सब इंस्पेक्टर सतबीर सिंह को मुखबिर खास से सूचना हाथ लगी कि गौ तस्कर एक टाटा-407 टैंपो में माहोल पहाड़ की वाल से गायों को भरकर रेहना, टपकन व पल्ला वाले कच्चे रास्ते से टैंपो में भरे जिंदा गौधन को गौकशी के लिए राजस्थान की तरफ निकलने वाले है। सूचना को सही मान सहायक सब इंस्पेक्टर बलबीर सिंह, सहायक सब इंस्पेक्टर सतबीर सिंह, हैड कांस्टेबल राकेश कुमार व विजयपाल पर आधारित पुलिस टीम बताए गए रास्ते पर कई जगह छुपकर खड़ी हो गई और जैसे ही पुलिस ने सामने से आ रहे टाटा-407 को रूकने का संकेत किया, पुलिस को देख टाटा टैंपो चालक ने टैंपो को तेज रफ्तार में दौड़ा लिया। पुलिस टैंपो को पकडऩे के लिए उसके पीछे लग गई।
जब गौ तस्करों ने देखा कि पुलिस टीम उनसे कुछ दूर रह गई है तो उन्होने टैंपों में भरी गायों के ऊपर बैठकर पुलिस टीम पर नुकीले पत्थर बरसाने शुरू कर दिए लेकिन पथराव के बावजूद पुलिस टीम ने उनका पीछा नही छोड़ा तो अपने को पुलिस से घिरा देख गौ तस्करों ने पुलिस टीम पर फायरिंग झोकनी शुरू कर दी। गौ तस्करों ने पुलिस पर जैसे ही फायरिंग शुरू की, पुलिस ने भी गौ तस्करों को पकडऩे के लिए जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। इसी दौरान पुलिस टीम ने आगे खड़े अपने साथियों को टैंपो आने की सूचना दे रास्ते में लोहे का कांटा डालने को कहा। भाग रहा टैंपो तेजी में होने से रास्ते में डाले गए लोहे के कांटों पर चढऩे से उसके अगले टायर पंचर हो गए लेकिन टैंपो को फिर भी तस्करों ने भगाना जारी रखा।
जब रिम पर चल रहे टैंपो को आगे खड़ी पुलिस टीम ने घेरना चाहा तो टैंपो के केबिन में बैठे युवकों में से एक ने सहायक सब इंस्पेक्टर सतबीर सिंह को निशाने पर लेकर गोलियां चलाई। गनीमत ये रही कि सतबीर सिंह ने गोली चलते देख नीचे झुककर अपने को बचा लिया। इसी बीच टैंपो का पीछा कर रही पुलिस टीम वहां आ गई। बड़का नहर के पास अपने को पुलिस से घिरा देख टैंपो में सवार गौ तस्कर टैंपो से कूद खेतों में भागने लगे लेकिन पुलिस ने घेराबंदी डाल भाग रहे युवकों में से एक को पकडऩे में कामयाबी पा ली। जिसकी पहचान आजाद उर्फ टिमानी पुत्र इस्सर गांव बीबीपुर, थाना नूंह के रूप में हुई।
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– उमेश गुप्ता