भिवानी: भारत की संस्कृति प्राणीवाद की भलाई के लिए संदेश देने वाली संस्कृति हैं, इसलिए हमें अपने लिए जीने की बजाए समाज की भलाई से संबंधित कार्य करने चाहिए। यह बात हिमाचल के राज्यपाल महामहिम आचार्य देवव्रत ने आज भिवानी स्थित बाल सेवा अनाथ आश्रम में बनने वाले लाला लाजपतराय कन्या गुरूकुल के शिलान्यास समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कही। महामहिम ने कहा कि लगभग 118 वर्ष पूर्व इस बाल आश्रम की स्थापना स्वयं लाला लाजपतराज द्वारा की गई थी। इसलिए उन्ही के नाम पर आश्रम में कन्या गुरूकुल की स्थापना की जा रही है। भिवानी को छोटी काशी के नाम से जाना जाता है। इसलिए इस धर्मनगरी में रहने वाले दानवीरों का समाज सेवा में पूर्ण योगदान रहता है।
उन्होंने कहा कि मानव सेवा करना हमारा धर्म है। उन्होंने कहा कि आर्य समाज ने देश की आजादी से पहले व बाद में मानव जगत के उत्थान के लिए अनेक राज्यों में अनाथ आश्रम स्थापित किए। महामहिम ने कहा कि वर्तमान में हर क्षेत्र में बेटियां अपना लोहा मनवा चुकी है। बेटियों ने सिद्ध कर दिया है कि वे हर क्षेत्र में लड़कों से आगे है। भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जनवरी 2015 में पानीपत से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि पानीपत कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा द्वारा दिए भाषण से प्रभावित होकर उन्होंने अंबाला में कन्या गुरूकुल की स्थापना की। गुरूकुल के पहले शैक्षणिक वर्ष में ही 12वीं कक्षा की सभी 71 लड़कियां मेरिट में रही।
महामहिम ने अपनी निजी आय से कन्या गुरूकुल में एक कमरे के निर्माण में लगने वाली ढाई लाख देने की घोषण की। कार्यक्रम में राज्यपाल एवं विशिष्ट अतिथियों को शॉल ओढ़ाकर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बतौर वशिष्ठ अतिथि पहुंचे स्थानीय विधायक घनश्याम सर्राफ ने अपने संबोधन में कहा कि लाला लाजपतराय द्वारा स्थापित इस बाल आश्रम में कन्या गुरूकुल की स्थापना करके समाज में लड़कियों को बोझ ना समझने का संदेश देने का काम किया है। केन्द्र व प्रदेश की भाजपा सरकार का भी यह नारा है कि बेटियों को सम्मान मिले व उन्हें बोझ ना समझा जाए।
इसी उद्देश्य से प्रधानमंत्री मोदी ने पानीपत जिले से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना की शुरूआत की। कार्यक्रम के अध्यक्ष भूषण सुगला, बाल आश्रम के प्रधान विद्या सागर, वृजलाल सर्राफ, वेद प्रकाश, रामदेव तायल, दीवान चंद, रमाकांत शर्मा, ओमप्रकाश आर्य, जगदीश आर्य, सतपाल आर्य, वेदप्रकाश आर्य, उमेद सिंह शर्मा, महादेव कोकड़ा, विनोद विर्क, लक्ष्मीनारायण, श्याम अग्रवाल, डॉ. रामेश्वर दत्त सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
(दीपक खंडेलवाल)