पिपली: प्रदेश सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का दावा करती है मगर बीड़ मथाना स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र में लटका ताला सरकार के दावों की हवा निकाल रहा है। कार्य दिवस के चलते बीड़ मथाना के स्वास्थ्य केंद्र में तैनात कर्मी भी स्वास्थ्य विभाग के नियमों को ठेंगा दिखा रहे हैं। ऐसे में लोगों को न तो स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया हो रही हैं और न ही जानकारी। मंगलवार को स्वास्थ्य केंद्र में आए लोगों को उप स्वास्थ्य केंद्र बंद होने के चलते वापिस निराश लौटना पड़ा।
गांव बीड़ मथाना में ग्रामीणों को बेहत्तर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने उप स्वास्थ्य केंद्र खोला हुआ है। स्वास्थ्य केंद्र में विभाग की तरफ से दो महिला कर्मचारियों को तैनात किया गया है। ताकि लोग यहां स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं का लाभ उठा सकें। मगर मंगलवार को उप स्वास्थ्य केंद्र पर ताला लटका मिला। उप स्वास्थ्य केंद्र बंद होने से ग्रामीण अनभिज्ञ हैं। कार्य दिवस होने के चलते उप स्वास्थ्य केंद्र बंद होने से प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य मिशन योजना दम तोड़ती नजर आ रही है। स्वास्थ्य विभाग के नियमों के अनुसार उप स्वास्थ्य केंद्र खोले जाने का समय सुबह 9 से सांय 4 बजे तक का है।
मगर मंगलवार को यह उप स्वास्थ्य केंद्र 12 बजने से पहले ही बंद हो गया। ऐसे में सवाल खड़े हो रहे हैं कि प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य सेवाएं कैसे लागू होंगी जब स्वास्थ्य कर्मी ही समय से पहले उप स्वास्थ्य केंद्र को बंद कर देंगे। दूसरी ओर उप स्वास्थ्य केंद्र बंद होने से प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य मिशन की योजना को भी धक्का पहुंच रहा है। यह स्वास्थ्य केंद्र लोगों के स्वास्थ्य पर खरा नहीं उतर रहा है। विभागीय चिकित्सक भी उप स्वास्थ्य केंद्र बंद होने से सकते में हैं। उनका मानना है कि सरकार की हिदायतों के अनुसार उप स्वास्थ्य केंद्र में गांव के लोगों के स्वास्थ्य संबंधी विशेषकर गर्भवती महिलाओं की देखभाल करना इन महिला स्वास्थ्य कर्मियों के जिम्मे होता है। उप स्वास्थ्य केंद्र में तैनात एक स्वास्थ्य कर्मी महिला निर्मल भारद्वाज से जब उनके मोबाईल पर संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव करने की बजाय, व्यस्त कर दिया।
– जरनैल