चंडीगढ़: हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने राज्य में कैंसर के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा को पत्र लिखकर ग्रामीण क्षेत्रों में इस बीमारी का कारण जानने के लिए अध्ययन कराने की मांग की है।
कृषि मंत्री ने यह जानकारी झज्जर जिले के गांव दुजाना में स्व. डा. अजय धनखड़ की स्मृति में आयोजित रक्तदान शिविर व सेमिनार की अध्यक्षता करते हुए व मुख्य वक्ता के तौर पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए दी। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स), नई दिल्ली के कैंसर रोग विशेषज्ञ डा. अतुल शर्मा ने मुख्य अतिथि के तौर पर रक्तदान शिविर व सेमिनार का शुभारंभ किया।
नर्सिंग केयर व सोलर पावर प्लांट स्थापित करने की रखी मांग:
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को लिखे पत्र में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने अपनी पांच मांगों के निवेदन का जिक्र करते हुए बताया कि बाढ़सा स्थित एम्स परिसर में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के साथ ही एक बड़ा सामान्य अस्पताल, गंभीर बीमारी से जूझने वाले मरीजों की देखभाल के लिए नर्सिंग केयर अस्पताल, एम्स परिसर में सोलर पावर प्लांट स्थापित करने तथा इस परिसर को दिल्ली मेट्रो से जोडऩे में सहयोग भी मांगने की बात कही है। कैंसर के बढ़ते मामलों का जिक्र करते हुए धनखड़ ने पंडित भगवत दयाल शर्मा मेडिकल यूनिवर्सिटी, रोहतक के कैंसर विभाग की रिपोर्ट का हवाला देते बताय कि वर्ष 2002 में यहां पर कैंसर के पांच हजार मरीज आए थे जबकि 2012 में यह संख्या 35 हजार हो गई थी।
पीजीआई रोहतक 2002 में पांच हजार, 2012 में पहुंचे 35 हजार कैंसर के मरीज: श्री धनखड़ ने बताया कि शहरों की प्रदूषित हवा से दूर ग्रामीण अंचलों में ऐसे लोग भी इस मर्ज की चपेट में आ रहे है जिन्होंने कभी तंबाकू, शराब या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन नहीं किया। इसकी वजह खेती में कीटनाशकों व रासायनिक उर्वरकों का अंधाधुंध इस्तेमाल भी हो सकता है। कहीं यह बीमारी हमारी खेती के साथ सह उत्पाद के तौर पर तो नहीं पनप रही। पंजाब में भटिंडा-तलवंडी साबों आदि इलाकों का उदाहरण रखते हुए उन्होंने बताया कि खान-पान का रासायन आधारित होना भी बड़ी वजह हो सकती है।
(आहूजा)