गुरुग्राम : जिस देश में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम व पितृभक्त श्रवण कुमार जैसे महापुरुष द्वारा जन्म दिया है, उस देश में वृद्धाश्रम का कोई स्थान नहीं होना चाहिए। वरिष्ठ नागरिक हमारे परिवार की अनमोल धरोहर होते हैं। उनकी देखभाल व सेवा-सत्कार करना हमारा फर्ज ही नहीं अपितु धर्म भी है। उक्त विचार वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब की चेयरपर्सन व पंजाब केसरी समाचार पत्र की डायरेक्टर श्रीमति किरण चोपड़ा ने शनिवार को महरौली रोड स्थित जीआईए हाऊस में संस्था की 5वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि मेरे दादा ससुर लाला जगतनारायण जी अक्सर कहा करते थे कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए कुछ बेहतर करना चाहिए। उन्होंने मुझे वरिष्ठ नागरिकों के लिए कुछ अच्छा करने के लिए कहा था। जब मैंने यह बात अपने मित्रों के साथ साझा की तो उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि वृद्धाश्रम खोल लेना चाहिए।
मैं व मेरे पति सांसद श्री अश्विनी कुमार चोपड़ा वर्षों पूर्व जब अमेरिका गए तो वहां एक वृद्धाश्रम का दौरा किया। उनसे पूछा कि ये बुजुर्ग पूरे दिन क्या काम करते हैं। मैंने अपने पति से कहा कि मैं बुजुर्गों के लिए एक ऐसी संस्था शुरु करुंगी जहां बुजुर्गों को अपने एकांकी जीवन से छुटकारा मिल सके। जब मैंने यह बात अपने दादा ससुर और मित्रों को बताई तो उन्होंने मुझे चैलेंज किया कि ऐसा संभव नहीं है। मैंने उनके चैलेंज को स्वीकार कर कार्य शुरु कर दिया और आज आप सभी के सहयोग से न केवल देश में, बल्कि विदेशों में भी वरिष्ठ नागरिक क्लब की संस्थाएं चल रही हैं तथा उनके लिए बेहतर कार्य कर रही हैं। भारत में 23, दुबई व सिंगापुर में एक-एक शाखा संचालित की जा रही हैं। वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब की चेयरपर्सन श्रीमती किरण शर्मा चोपड़ा ने कहा बुजुर्गों की सेवा ईश्वरीय कार्य है। जीवन की संध्या बेला में अकेलापन, याददाश्त भूलने तथा शारीरिक निर्बलता के चलते वृद्ध लोग उपेक्षावृत्ति से ग्रस्त हैं, पाश्चात्य चकाचौंध और धन पिपासा में भारतीय युवा दिग्भ्रमित हो रहे हैं। ऐेसे में बुजुर्गों को मर्यादा के साथ मनोरंजन व खेल-खेल में एक्सरसाइज कराकर उनकी दीर्घायु में सहायक बना जा सकता है। हमारी भारत माता की पावन धरती ऋषि-मुनियों की धरोहर है, जहां संस्कार व संस्कृति की छाप दुनिया में मशहूर है। कार्यक्रम के दौरान घुंघरु डांस इंस्टीट्यूट व युवा गायक दीपक अतरेजा के सुपुत्र हर्ष अतरेजा को पुरुस्कृत किया गया।
कार्यक्रम के दौरान मेयर मधु आजाद, सीनियर डिप्टी मेयर प्रमिला कबलाना, डिप्टी मेयर सुनीता यादव, निगम पार्षद सीमा पाहूजा, जीआईए के प्रधान जेएन मंगला, राव चतुर्भुज, एचएस चावला, साहित्यकार डा. घमंडीलाल अग्रवाल, ओमप्रकाश कथूरिया, प्रमोद सलूजा, गीता चावला, किरण सैनी, श्रीमति विजया, पीआर शर्मा, आरबी सिंगला, शम्मी कुमार, वाईके चुघ, एसके भाटिया, विजय अग्रवाल आदि को स्मृति चिन्ह, बुके, फूलमालाओं से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत संस्था की चेयरपर्सन श्रीमति किरण चोपड़ा, संस्था के प्रधान धर्मसागर, जीआईए के पूर्व प्रधान बीपी बजाज, पूनम भटनागर व संस्था के सदस्यों ने दीप प्रज्जवलित कर किया। कार्यक्रम में मंच संचालक डीएन कवातरा ने बेटियों की महत्ता पर ‘कोई चेहरा कोमल कली का, रुप कोई सोलन परी का, उनसे सीखो सबक जिंदगी का, बेटियां तो होती हैं लम्हा खुशी का’ शायरी सुनाई। संस्था के सदस्यों द्वारा गणेश वंदना प्रस्तुत की गई। नगर निगम की मेयर मधु आजाद ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि संस्था एक बेहतरीन कार्य कर रही है।
वरिष्ठ नागरिकों को पूरा सम्मान देना हम सभी का फर्ज है। उनके अनुभवों से ही हमें जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है। वरिष्ठ नागरिक अपने अनुभवों के माध्यम से परिवार को सही दिशा देने का कार्य करते हैं। संस्था द्वारा किया जा रहा कार्यक्रम सराहनीय है। अन्य संस्थाओं को भी इस संस्था से प्रेरणा लेनी चाहिए। कार्यक्रम के दौरान संस्था के प्रधान एवं फोरबा के चेयरमैन धर्मसागर ने संस्था की चेयरपर्सन श्रीमति किरण चोपड़ा का गुड़गांव आने पर स्वागत करते हुए कहा कि 24 अप्रैल 2013 को शाखा की शुरुआत की गई थी। आज यह शाखा अपनी टीम के साथ बेहतर प्रस्तुति देकर सबसे आगे है। उन्होंने वार्षिक रिपोर्ट सुनाते हुए कहा कि शाखा द्वारा माह में 2 शनिवार को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। कार्यक्रम के दौरान न केवल गुड़गांव के बल्कि बाहर से भी गायक व गायिकाओं को बुलाकर संस्था के सदस्यों का मनोरंजन किया जाता है।
उन्होंने बताया कि शाखा के कार्यक्रमों में टीवी चैनल पर गंगा आरती की प्रस्तुति देने वाली बहन लता प्रदेशी, आरवी सिंह, शमशेर मेहंदी, दीपक अतरेजा, राधेश्याम, नटराज म्यूजिकल गु्रप, शंकर साहनी आदि गायकों द्वारा प्रस्तुति दी जा चुकी हैं। इसके अतिरिक्त संस्था के सदस्यों के स्वास्थ्य के लिए रविंद्र मेहता द्वारा सुंदरकांड का आयोजन भी कराया गया। वरिष्ठ नागरिकों की महत्ता को दर्शाते हुए डीएन कवातरा ने ‘बड़ी सस्ती मिला करती है दुआएं इनकी, कभी बुजुर्गों के काम आया करो, मंदिर मस्जिद से आजिज आये जाए, दिल तो ऐसे बुजुर्गों तक आशीर्वाद यूं ही लेने चले जाया करो’। कार्यक्रम में गायक हरीश ने ‘बृज गलियन में घूम-घूम कर मन की तपन मिटाओ’, धर्मप्रकाश ने ‘मेरे बांके बिहारी सांवरिया, तेरा जलवा कहां पर नहीं’, केके सैनी व किरण सैनी ने ‘मैं तेरी, तू मेरा, सड़ न जांवी रे’, कृष्णा गाबा ने ‘बत्ती वाल के बंडेरे उत्ते रखनी ए’, दीपक अतरेजा ने ‘हमारे साथ है गुरुदेव, फिर हमें किस बात की चिंता’, हर्ष अतरेजा ने ‘लाल चोला सीं दे दर्जी, कबूल करे मां, दिल नूं लगांवा अर्जी’ घुंघरु डांस इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर विजया फ्लोरा के नेतृत्व में बच्चों ने राजस्थानी कालबेलिया ‘काल्यो कूद पडयो मेला में’ व ‘मैय्या यशोदा, ये तेरा कन्हैय्या’ आदि सुनाए गए गीतों का तालियों से स्वागत किया।
कार्यक्रम के दौरान नंदकिशोर सरदाना, पूनम भटनागर की टीम द्वारा गाए गए सामूहिक गीत ‘लट्ठे दी चादर उत्थे सलेटी व साडे नाल रहोगे तो ऐश करोगे’ गीत पर संस्था की चेयरपर्सन श्रीमति किरण चोपड़ा, प्रधान धर्मसागर व उनकी टीम 88 वर्षीया ललिता शर्मा, मेयर मधु आजाद, सीनियर डिप्टी मेयर प्रमिला कबलाना, निगम पार्षद सीमा पाहूजा आदि अपने आपको झूमने से रोक नहीं पाए। कार्यक्रम में मंच संचालन डीएन कवातरा व पूनम भटनागर द्वारा किया गया। इस अवसर पर गंगाधर, शीतल चावला, एसके गाबा, कृष्णा गाबा, केसी अरोड़ा, शशि अरोड़ा, गीता भवन के प्रधान सीएल शर्मा, बलदेव गंभीर, बीआर बरेजा, डा. जेएन यादव आदि मौजूद थे।
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– अरोड़ा, चंद्रमोहन आर्य