बहादुरगढ़ : हरियाणा स्पेशल टॉस्क फोर्स और बदमाशो के बीच बहादुरगढ़ के बाईपास पर हुई मुठभेड में जहां पटौदी में हुई 20 लाख की लूट की गुत्थी सुलझ गई वहीं दोनो बदमाश अवैध हथियारो के साथ पकडे भी गए। बताया गया है कि पकडे गए दोनो बदमाश काफी खूंखार हैं जिन पर हत्या लूट व अपहरण के कई माले दर्ज हैं। घटना शुक्रवार की है जब गुरुग्राम के पटौदी में करीब 2 महीने पहले एक शराब ठेकेदार पर फायरिंग कर 20 लाख लूटने की वारदात को अंजाम देने वाले 2 आरोपियों की बहादुरगढ़ में एसटीएफ के टीम के साथ मुुठभेढ़ हुई। पहले पुलिस व बदमाशों के बीच जमकर फायरिंग होने का समाचार है मगर गोली किसी को नहीं लगी।
एक बदमाश को पुलिस ने प्लसर मोटरसाइकिल पर ही दबोच लिया जबकि दूसरा बदमाश पुलिस से बचने के लिए जैसे ही फ्लाईओवर से नीचे कूदा तो उसके पैर की हड्डी टूट गई और पुलिस ने उसे भी दबोच लिचा। पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से 3 जिंदा रौंद व दो अवैध हथियार बरामद हुए है। मुठभेढ़ में पुल से नीचे कूदने के चक्कर में चोटिल हुए आरोपी को पुलिस सुरक्षा में इलाज के लिए रोहतक पीजीआईएमएस ले जाया गया है। बहादुरगढ़ में पत्रकारों को जानकारी देते हुए एसटीएफ के डीएसपी कप्तान सिंह ने बताया कि एसटीएफ की टीम एएसआई पवनवीर के नेतृत्व में जिसमें एएसआई संदीप, सतीश, मुख्य सिपाही मुकेश, जितेंद्र व सिपाही संदीप शामिल थे वे गश्त पर तैनात थे।
इसी दौरान उन्हें गुप्त सूचना मिली कि इसी वर्ष 7 मई को गुुरुग्राम जिले के पटौदी में शराब ठेकेदार के कार्यालय पर फायरिंग कर 20 लाख रूपये लूटने की वारदात को अंजाम देने में शामिल रहे दो आरोपी पटौदी निवासी अंशुल व अंकित जो कि पल्सर बाइक पर सवार होकर किसी वारदात को अंजाम देने के लिए बहादुरगढ़ बाइपास की तरफ आ रहे है। जिस पर टीम ने निगरानी बढ़ाते हुए नाकाबंदी की। शक के आधार पर पुलिस ने बाइक को रूकवाने का इशारा किया तो आरोप कि इसी दौरान पुलिस पार्टी पर जान से मारने की नीयत से एक आरोपी ने फायर कर दिया। पुलिस ने भी अपने बचाव व उनको पकड़ने के लिए दो फायर किए।
इसी बीच एक आरोपी अंकित को तुरंत काबू कर लिया। लेकिन उसका साथी अंशुल जो कि पकडऩे से बचने के लिए बाइपास के पुल से नीचे कूद गया। इसमें उसके दोनों पैरों में चोटें आई। पुलिस ने उसका पीछा करते हुए उसे काबू कर लिया और पुलिस सुरक्षा में ही उसे इलाज के लिए उसे ट्रामा सेंटर लाया गया। जहां से बाद मेें उसे रोहतक पीजीआईएमएस ले जाया गया।
– प्रेम शर्मा