गोहाना: उपमंडल के सात गांवों में बारिश के पानी की निकासी न होने से अब इन गांवों के अंदर पानी घुसने का खतरा सताने लगा है। इन गांवों के लोगों का कहना है कि प्रशासन ने जल्द ही पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं की तो उन्हे अपने बच्चे व मवेशियों को लेकर गांव को छोड़कर जाना पड़ेगा।
इन गांवों के लोगों ने एसडीएम से मुलाकात कर पानी की निकासी की व्यवस्था कराने की मांग की है। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन की लापरवाही के कारण ये हालात पैदा हुए हैं। पिछले 15 सालों में सिंचाई विभाग द्वारा छपरा ड्रेन की सफाई नहीं कराई गई है। उपमंडल के गांव बनवासा समेत आसपास के सात गांवों कोहला, धनाना, घडवाल, भावड़, छपरा व रिंढ़ाना आदि गांवों के खेतों में बारिश का पानी भरा हुआ है। मौके पर खेतों में 4 फूट तक पानी भरा हुआ है।
जिससे उनकी करोडों रुपये की धान की फसल बर्बाद हो गई है। इन गांवों की करीब साढ़े चार हजार एकड़ जमीन पर धान की रोपाई की जा चुकी थी। जो पानी भरने से बर्बाद हो गर्द है। किसानों ने सरकार सेे मांग की है कि पानी की निकासी की व्यवस्था के साथ बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा दिया जाए।