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वन मंत्री ने ब्लैक नेक्ड स्टार्क को सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ा

वन मंत्री को बताया गया कि वन विभाग की टीम ने गांव बसई मे जाकर संकटग्रस्त पक्षी की पहचान की और उसके बचाव में प्रयास शुरू किए।

गुरुग्राम : दुर्लभ प्रजाति के ब्लैक नेक्ड स्टार्क नामक पक्षी को वन्य प्राणी मंडल गुरुग्राम ने बचा लिया है और उसे हरियाणा के लोक निर्माण तथा वन मंत्री राव नरबीर सिंह ने सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ दिया। इस पक्षी की चोंच 7 जून को प्लास्टिक के छल्ले जैसी वस्तु से बंद हो गई थी। जिसके बाद मंडलीय वन प्राणी अधिकारी गुरुग्राम के कार्यालय की टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे प्रथम उपचार दिया। इस घायल पक्षी के स्वस्थ होने पर इसे सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान में अपने हाथों से छोड़ते हुए लोक निर्माण तथा वन मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि इस प्रजाति के पक्षी विलुप्त होते जा रहे हैं जिन्हें बचाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि किसी पक्षी प्रेमी द्वारा बसई वेटलैंड में इस पक्षी की घायल अवस्था में फोटो फेसबुक पर अपलोड की थी और वन्य प्राणी विभाग की टीम ने इस पक्षी की जान बचाकर सराहनीय कार्य किया है।

उन्होंने कहा कि पशु व पक्षियों की कई प्रजातियां विलुप्त होती जा रही हैं, उन्हें भी इसी प्रकार बचाने की आवश्यकता है। इस दिशा में प्रयास किए जाने चाहिए। वन मंत्री को बताया गया कि वन विभाग की टीम ने गांव बसई मे जाकर संकटग्रस्त पक्षी की पहचान की और उसके बचाव में प्रयास शुरू किए। टीम ने देखा कि इस पक्षी की चोंच किसी प्लास्टिक की छल्ले जैसे वस्तु से बंद हो गई थी। जिससे वह खाने पीने में असहाय नजर आ रहा था। यह पक्षी उस समय केवल धीरे-धीरे पानी पी सकता था। उसके बाद टीम ने अपने विभाग के उच्च अधिकारियों को सूचित किया जिन्होंने बांम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी व गिद्ध प्रजनन केंद्र पिंजौर तथा ड्रोन तकनीकी विशेषज्ञों से संपर्क किया और ड्रोन तथा बांस के जाल आदि की सहायता से इस पक्षी को पकड़ा गया।

इस पूरी प्रक्रिया में लगभग 150 घंटे लगे। इसके बाद उसकी चोंच से काली रबड़ का छल्ला हटा दिया गया और सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान मे लाकर प्रथम उपचार दिया गया और इसे वहीं वन विभाग की टीम की देख रेख में रखा गया। यह पक्षी अब पूरी तरह से सामान्य है और उसे भोजन में मछली भी दी गई जिसे उसने आसानी से निगल लिया। टीम में मुख्य रुप से वन्य प्राणी निरीक्षक सुनील कुमार, वन्य प्राणी रक्षक कृष्ण कुमार, सुरेश कुमार तथा एनजीओ से संबंधित सोनू दलाल, राकेश अहलावत तथा अनिल गंडास आदि शामिल थे। वन मंत्री ने आज पक्षी के स्वस्थ होने पर उसे सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ दिया व टीम के सदस्यों को शाबाशी दी।

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