करनाल: जिलाभर की आढ़ती एसोसिएशनों ने सरकार के ई-ट्रेडिंग के फैसले का विरोध करते हुए चार अगस्त को सभी अनाजमंडियां बंद रखने का ऐलान किया है। सरकार के इस निर्णय के तहत सरकार द्वारा किसानों की फसलों का भुगतान सीधे बैंक खातों के माध्यम से किया जाएगा। आढ़तियों का कहना है कि ई-ट्रेडिंग से आढ़तियों द्वारा जमीदारों को दी गई एडवांस पेमेंट का भुगतान अधर में पड़ जाएगा। व्यापारियों ने कहा कि किसान भी ई-ट्रेडिंग के विरोध में है और आढ़तियों के साथ खड़ा है। संघर्ष की रणनीति तय करने के लिए जिले की सभी मंडियों के प्रधान व पदाधिकारी करनाल अनाज मंडी में इक्टठा हुए।
सरकार पर दबाव बनाने और ई-ट्रेडिंग के निर्णय को वापस लेने के लिए एक कमेटी का गठन किया है, जिसका जिला प्रधान करनाल अनाज मंडी के प्रधान रजनीश चौधरी को बनाया गया। रजनीश चौधरी के नाम का अनुमोदन घरौंडा अनाजमंडी प्रधान सुशील गर्ग व तरावड़ी मंडी प्रधान शीशपाल ने किया। सभी प्रधानों ने इसे स्वीकार करते हुए रजनीश चौधरी को प्रधान चुना। रजनीश चौधरी ने कहा कि आढ़ती और जमींदारों का चोली दामन का साथ है। पिछले लगभग 50 वर्षों से भाईचारा कायम है और आपसी लेनदेन का विश्वास बना हुआ है। सरकार इस भाईचारे को तोडऩा चाहती है। ईट्रेडिंग अव्यवहारिक व तर्कहीन है। यह किसी भी प्रकार से आढ़ती व किसानों के हित में नहीं है।उन्होंने कहा कि इस काले कानून के विरोध में चार अगस्त को जिलाभर की अनाजमंडियां बंद रहेंगी।
सभी जगह मंडी के प्रधान संंबंधित मार्केट कमेटी सचिव को ज्ञापन सौंपेंगे। आढ़तियों ने साफ कहा है कि अगर ई ट्रेडिंग का फैसला वापस नहीं लिया गया तो पूरे हरियाणा में अनाजमंडियां बंद कर दी जाएंगी। आढ़ती अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। इस अवसर पर रजनीश चौधरी, महिंद्र गर्ग, विनय गोयल, बग्गा, राजेश अरोड़ा, राजेश गोयल, मनीष गर्ग, दीपक आनंद, जिले सिंह, गजे सिंह, जुंडला मंडी प्रधान राजकुमार, जसवंत, तरावड़ी मंडी प्रधान राधेश्याम, शीशपाल, निसिंग मंडी प्रधान राजकुमार, असंध मंडी प्रधान राकेश गर्ग, निगदू मंडी प्रधान ओमप्रकाश, इंद्री मंडी प्रधान रघुबीर सिंह, नीलोखेड़ी से प्रधान राजपाल व कुंजपुरा मंडी प्रधान भारत भूषण विरमानी सहित बड़ी संख्या में आढ़ती मौजूद रहे।
– बागी, आशुतोष गौतम