चंडीगढ़ : राज्यसभा में कई बिल पारित करते समय अक्सर कमजोर पडऩे वाली भाजपा को हरियाणा से बल मिला है। सोमवार को राज्यसभा में नामांकन के लिए अंतिम दिन था। भाजपा ने रविवार को देररात डीपी वत्स को प्रत्याशी घोषित किया और सुबह उन्होंने नामांकन दाखिल कर दिया। विरोध में कोई प्रत्याशी न होने के कारण डी.पी. वत्स निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुने गए हैं। वत्स अब कांग्रेस सांसद शादीलाल बत्तरा का स्थान लेंगे।
इस समय हरियाणा से राज्यसभा के पांच सांसद हैं। इनमें शादीलाल बत्तरा तथा कुमारी सैलजा कांग्रेस से, रामकुमार कश्यप आईएनएलडी तथा चौधरी बीरेंद्र सिंह बीजेपी से हैं, जबकि सुभाष चंद्रा निर्दलीय चुनाव लडार राज्यसभा में पहुंचे। वह बीजेपी के साथ खड़े हैं। हरियाणा से राज्यसभा की सीट पर चुनाव कांग्रेसी सांसद शादीलाल बतरा का कार्यकाल अप्रैल में खत्म होने के कारण करवाया जा रहा है। सोमवार को नामांकन की अंतिम तिथि होने के चलते रविवार की रात भाजपा ने नाटकीय घटनाक्रम के दौरान पिछड़ा वर्ग के नेता रामचंद्र जांगड़ा का पत्ता काटते हुए हिसार जिले से संबंधित पार्टी नेता डी.पी. वत्स को टिकट दिया था। वत्स पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान अगस्त 2014 में भाजपा में शामिल हो गए थे। तब वत्स ने खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों से प्रभावित बताया था।
सुबह वत्स मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला, संसदीय कार्य मंत्री रामबिलास शर्मा, मुनीष ग्रोवर, कर्ण देव कंबोज समेत भाजपा के करीब 25 विधायकों तथा भाजपा के संगठन मंत्री सुरेश भट्ट के साथ विधानसभा में पहुंचे जहां उन्होंने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। आज नामांकन पत्र दाखिल करने का अंतिम दिन था। वत्स के मुकाबले किसी भी पार्टी ने अपना प्रत्याशी चुनाव मैदान में नहीं उतारा। जिसके चलते वह निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुन लिए गए।
कौन हैं डीपी वत्स : भाजपा की टिकट से राज्यसभा में जाने वाले डी.पी. वत्स मूल रूप से हिसार जिले के गांव थुराना के रहने वाले हैैं। पेशे से डाक्टर तथा रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल अगस्त 2011 में हुड्डा सरकार में हरियाणा लोक सेवा आयोग के चेयरमैन बने थे। डीपी वत्स अगस्त 2014 में भाजपा में शामिल हो गए थे। हरियाणा लोक सेवा आयोग का चेयरमैन पद छोडऩे के बाद डीपी वत्स ने हांसी में राज्य स्तरीय जनसभा कर सक्रिय राजनीति में आने का ऐलान किया था।
डीपी वत्स पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल का आपरेशन कर चुके हैं। वत्स अच्छे सर्जन हैैं तथा एलुमेट आम्र्स फोर्स मेडिकल कालेज पुणे के पूर्व निदेशक एवं कमांडेंट रह चुके हैं। सेना में सेवाओं के दौरान डीपी वत्स को कई अवार्ड भी मिले हैं। लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) डीपी वत्स परम विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल से अलंकृत है।
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(आहूजा, राजेश)