चंड़ीगढ़ : डेरा प्रमुख राम रहीम ने हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर उनके खिलाफ नपुसंक बनाने के मामले की सीबीआई जांच में सीबीआई की जांच पर सवालिया निशान खड़े किए हैं । डेरा प्रमुख राम रहीम ने हाईकोर्ट में में हाईकोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया कि साधुओं को नपुंसक बनाने के मामले में जब सीबीआई जांच की तो सीबीआई ने 128 लोगों को मामले में गवाही के लिये बुलाया था जिसमें से 122 गवाह ने सीबीआई को उसके पक्ष में बयान दिए थे जबकि वह 6 गवाह ने उसके खिलाफ बयान दिए थे लेकिन सीबीआई ने जब चार्जशीट फाइल की तो 122 गवाह जिन्होंने उस के पक्ष में बयान दिए थे उनकी गवाही सीबीआई ने कोर्ट में पेश नहीं की।
जिन छह लोगों ने राम रहीम के खिलाफ गवाही दी थी केवल उन गवाही को कोर्ट के रिकॉर्ड में में रिकॉर्ड में में लाया गया। इस बाबत राम रहीम ने सीबीआई कोर्ट पंचकूला में भी एक अर्जी दायर कर उसके पक्ष 122 की गवाही को कोर्ट रिकॉर्ड में लाने लाने में लाने की मांग की थी लेकिन सीबीआई कोर्ट पंचकूला ने उसकी मांग खारिज कर दी थी इसलिए उसने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। सोमवार को लगभग 1 घंटे की बहस के बाद हाई कोर्ट ने याचिका पर फैसला सुरिक्षत रख लिया।
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