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फसल विविधिकरण के प्रति किसानों को करें प्रेरित

धनखड़ हरियाणा निवास में खरीफ फसल 2018-19 की तैयारियों को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बुलाई गई समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।

चंडीगढ़ : हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने अधिकारियों का आह्वान किया है कि वे जलवायु के बदलते परिदृश्य के मददनेजर हरियाणा में किसानों को गेहूं व धान के फसल चक्कर से निकलकर फसल विविधिकरण को अपनाने के लिए प्रेरित करें ताकि किसानों की आय में वृद्धि हो सकें। किसानों को कृषि, बागवानी के साथ-साथ पशुपालन के व्यवसाय को अपनाना चाहिए। इससे प्रदेश दूध, फल, फूल व सब्जी के कटोरे के रूप में उभरेगा। धनखड़ हरियाणा निवास में खरीफ फसल 2018-19 की तैयारियों को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बुलाई गई समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि अधिकारी परिवर्तन का वाहक व नीति निर्धारण में एक टीम के रूप में कार्य करे और किसानों को तकनीकी, विपणन, जैविक खेती की ओर प्रेरित करने के लिए एक नीतिगत निर्णय लें, और आगामी 10 वर्षों का फसल चक्कर कैसा हो इस कड़ी में कार्य करे। बैठक में धनखड़ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे हरियाणा की भौगोलिक स्थिति व इसकी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साथ इसकी समीपता प्रदेश को एक बेहतरीन मार्केट उपलब्ध करवाती है।

इस बात को ध्यान में रखते हुए पैरी एग्रीकल्चर अवधारणा के तहत विकसित किए जा रहें 340 बागवानी गांव व डेरी क्षेत्र की परियोजनाओं को धरातल पर उतारने का कार्य करें, क्योंकि लगातार जमीन घट रही है इस क्षेत्र में जमीन के मूल्य अधिक है इसलिए घाटे की खेती करना कोई नहीं चाहता। इसलिए हमें भविष्य का एजेंटा तैयार करना है। उन्होंने कहा कि दस वर्षों के उपरान्त हमारा आदर्श फसल चक्कर कैसा हो, इसके लिए सोशल मीडिया पर व्हट्सअप ग्रुप बनाकर हम लोगों के सुझाव आसानी से प्राप्त कर सकते है। मृद्रा स्वास्थ्य भी एक चुनौती बन रहा है। धनखड़ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में जो किसान मृद्रा स्वास्थ्य कार्ड के अनुरूप अपनी फसलों में खाद व कीटनाशकों का उपयोग करे, ऐसे किसानों की एक कार्यशाला चंडीगढ़ में बुलाई जाए।

उन्होंने इस बात का भी सुझाव दिया कि खरीफ फसल 2018-19 वास्तविक आंकड़े अगस्त के प्रथम सप्ताह में एकत्रित करने के लिए हरसक या ड्रोन सर्व करवाकर सहायता ली जाएं। धनखड़ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे रबी फसल 2018-19 की तैयारियों को लेकर बैठक सितम्बर, 2018 में जाए और इसके लिए पहले से पूरी तैयार कर लेनी चाहिए। बैठक में कृषि विभाग के निदेशक डी.के.बेहरा ने विभाग की तैयारियों पर एक प्रस्तुतिकरण दिया। बैठक में सहकारिता राज्य मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर, हैफेड के चैयरमेन हरविन्द्र कल्याण, सहकारिता विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती नवराज सन्धू, के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।

अधिक जानकारियों के लिए बने रहिये पंजाब केसरी के साथ।

(आहूजा)

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