गुरुग्राम : साइबर सिटी के रेलवे स्टेशन पर मैजिस्ट्रेट छापे के दौरान 332 यात्रा बिना टिकट पकड़े गए। मजिस्ट्रेट चैकिंग को देखकर यात्रियों में खलबली मच गई। जो बिना टिकट यात्रा करने के शौकीन थे कोई शौचालय में घुसा तो कोई दौड़ता नजर आया। लेकिन पुलिस ने भाग-भाग कर दबौचे। कईयों को भेजा जेल तो काफी विदाउट यात्रियों से मजिस्ट्रेट ने 1 लाख 75 हजार रुपये वसूले। इस बार खास बात यह रही कि महिलाओं की चैकिंग के लिए अलग से व्यवस्था करी गई थी।
रेलवे स्टेशन पर रहा खलबली का माहौल : मजिस्ट्रेट चैकिंग का नाम सुनते ही बेटिक यात्रा करने वालों में खलबली मच गई। लेकिन जीआरपी और रेलवे पुलिस भी इस बार पूरी मुस्तैद थी। पुलिस ने पूरे तीन घंटों तक आने जाने वाली ट्रेनों की चैकिंग की। चैकिंग की जानकारी लोगों ने दूसरे स्टेशनों पर भी दे दी जिससे कई यात्रियों ने बीच के स्टेशनों से टिकट खरीदनी पड़ी।
लगातार चलेगा चैकिंग का अभियान : सीएमआई सरभजीत सिंह ने बताया कि चैकिंग के 332 यात्रियों दबोचा गया है। इन यात्रियों में वे लोग भी शामिल थे जिनके पास वैध टिकट नहीं थी। सीजन टिकट लेकर एक्सप्रेस गाडिय़ों में बैठने वालों को भी इस बार जुर्माना लगाया गया है। सरभजीत के अनुसार रेलवे अब लगातार अभियान चलाता रहेगा।
महिला यात्रियों की चैकिग की खास व्यवस्था : गुरुवार को ट्रेन टिकट चैकिंग के दौरान खास बात यह रही कि इस बार महिलाओं की चैकिंग के लिए महिला पुलिस की व्यवस्था करी गई थी। चैकिंग स्टाफ के ही एक सदस्य के मुताबिक विशेष चैकिंग के दौरान कई बार महिला यात्रियों द्वारा स्वयं के पकड़े जाने पर बेतुके आरोप लगते थे इसलिए इस बार महिला चैंकरों को बुलाया गया था।
पूरी टीम में थे 33 टिकट चैकर: रेलवे स्टेशन पर टिकट चैकिंग दल में शामिल डिप्टी सीटीआई रमेश ने बताया कि यह विशेष अभियान उत्तर रेलवे दिल्ली डिवीजन के टिकट चैकिंग स्टाफ के सीएमआई सरभजीत सिंह के नेतृत्व में चलाया गया। टिकट चैकिंग स्टाफ में सात महिला चैकर के अलावा कुल 33 टिकट चैकर शामिल थे। महिला चैकर में सुनीता, पुष्पा देवी, वीएन कालड़ा, मंजीत कौर, संगीता के अलावा सीटीआई रमेश, टीई प्रमोद कुमार, लोकेश कुमार मीणा सहित अन्य स्टाफ सदस्य शामिल रहे।
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– सतबीर भारद्वाज