बहादुरगढ़: राष्ट्रगान के साथ शुरु हुई नप बोर्ड की मीटिंग हंगामे के बीच ही शुरु और सम्पन हो गई। कई बार तो माहौल इस कदर तनावपूर्ण हुआ कि पार्षदों में मारपीट तक की नौबत बन गई। बोर्ड की मीटिंग वैसे तो हरियाणा सरकार द्वारा मनोनित पार्षदो को शपथ दिलाने के लिए बुलाई गई थी मगर शपथ से पहले ही मीटिंग में नौकझौक शुरु हो गई। बोर्ड की चयरपर्सन शीला राठी मीटिंग में शांत बैठी रही जबकि विधायक और उनके समर्थक पार्षदों और शीला राठी विरोधी गुट के बीच तनातनी बनी रही। सबसे पहले विधायक नरेश कौशिक ने पार्षदों से आग्रह किया कि मीटिंग में शांति बनाए रखें। हर किसी की बात सुनी जाएगी । विधायक के सम्बोधन के बाद पार्षद गुरुदेव राठी ने पिछली बैठक के एजेंंडे को लेकर चर्चा की। साथ में जो उन्होंने एतराज जताए थे उनके प्रोसिडिंग रजिस्टर में दर्ज न करने पर कड़ी आपत्ति जताई। साथ में कई कार्यों को लेकर सवाल भी खड़े किए। उन्होंने सफाई ठेके में भ्रष्टाचार होने की बात भी कही।
साथ में घर-घर कूड़े का उठान न करने पर भी रोष जताया। उन्होंने अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए कि जब उन्होंने पिछली बैठक में जो आपत्ति जताई थी उन्हें प्रोसिडिंग रजिस्टर में क्यों नहीं दर्ज की। बल्कि मनमाने तरीके से कार्रवाई की जा रही है। यही नहीं नगर परिषद में लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों के अलावा कुछ अन्य कार्र्यों पर खर्च हुए रूपयों का पूरा ब्यौरा दिए जाने के लिए भी कहा। राठी के बाद वार्ड-30 से पार्षद नीना सतपाल राठी ने परिषद व विधायक पर अपने वार्ड में विकास कार्यों की पूरी अनदेखी करने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि एक साल में उनके वार्ड में कोई नया काम नहीं हुआ। उन्होंने पिछली बैठक में 5 प्वाइंट दिए थे लेकिन उनमें से एक भी पूरा नहीं किया गया। उनके वार्ड में भेदभाव की राजनीति के चलते काम नहीं हो रहे।
उन्होंने विधायक पर अपने परिचितों के कार्य कराए जाने के आरोप भी लगाए। सीमा राठी, लक्ष्मी सहवाग, रवींद्र जाखड़, मोनिका राठी, रेखा दलाल, संदीप कुमार, शशि कुमार, अशोक राठी, प्रेमचंद, मोनिका गर्ग व रमिता चुघ ने अनेक मुद्दों पर अपनी आपत्ति दर्ज की। उन्होंने अपने वार्ड की उपेक्षा का भी अरोप लगाया। जब नीना राठी अपनी बात रख रही थी तब बीच में बिमला हुड्डा ने सीधे तौर पर विधायक के विषय में न जाने क्या कहा कि अचानक माहौल बिगड़ गया और एक-दूसरा समर्थित पार्षद आपस में उलझ गए। यहां तक कि विधायक व पार्षद बिमला हुड्डा के बीच भी कई देर तक नोकझोंक हुई। विधायक ने पार्षद बिमला हुड्डा से कहा कि आप मेंरी मां के बराबर हैं मगर आप इसी तरह की भाषा का प्रयोग करेगी तो मीटिंग से बाहर कर दिया जाएगा जिसके बाद विधायक समर्थक पार्षद व पार्षद बिमला को स्र्पोट करने वाले पार्षदो में तनातनी बन गई।
मनोनीत पार्षद पालेराम शर्मा व बिमला हुड्डा के बीच भी नोकझोंक हुई । पार्षद रमन यादव व जसबीर सैनी के बीच भी इस बीच तू-तड़ाक हुई। बैठक में हंगामा होता देखकर अन्य कुछ पार्षदों ने एक-दूसरे को शांत करने का प्रयास किया। विधायक नरेश कौशिक भी बोर्ड की बैठक में हंगामा होता देखकर चेयर छोड़ दी और बाहर जाने लगे। इसी दौरान कई अन्य पुरुष व महिला पार्षद भी बाहर जाने लगे मगर कुछ पार्षदो केे प्रयास से दौबारा शुरू हुई। बैठक में मनोनीत तीनों पार्षदों इंद्र कुमार नागपाल, अशोक गुप्ता व राजपाल शर्मा उर्फ पालेराम को शपथ भी दिलाई गई।
– प्रेम शर्मा